जम्मू कश्मीर के उरी हमले की जांच में भारतीय सेना के हाथ लगे आतंकियों के खिलाफ पुख्ता सबूत, जी हां ऐसे सबूत जो चीख-चीख कर पाकिस्तान की पोल खोल रहे हैं। इस सबूतों में पाकिस्तान के ऐसे राज छिपे हैं, जिनसे पता लगता है कि 18 सैनिकों की मौत का साजिशकर्ता सिर्फ और सिर्फ पाकिस्तान है। दरअसल सेना को कुछ ऐसे सुराग हाथ लगे कि जिनमें पाकिस्तान की काली करतूत का कच्चा चिट्ठा कैद है।
आर्मी बेस में हमला करने वाले आतंकियों ने एक-दूसरे से संपर्क करने के लिए जापानी वायरलेस का इस्तेमाल किया था। सेना को ने दो जापानी वायरलेस सेट मिले हैं, ये दोनों ही सेट जापान के हैं। दोनों पर ही उर्दु में ‘बिल्कुल नया’ और इंग्लिश में ‘NEW’ शब्द लिखा मिला है। खबर के मुताबिक, नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने बताया है कि वे लोग उन वायरलेस को बनाने वाली कंपनी ICOM से बात कर रहे हैं। इससे पता लगेगा कि वे वायरलेस किन लोगों ने कहां से खरीदे थे। ICOM से जानकारी मिलने के बाद कुछ हद तक मामला साफ हो सकता है। इससे साफ होता है कि हमलावरों को संबंध पाकिस्तान से था।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, गृह मंत्रालय के सूत्रों ने जानकारी दी है कि किसी भी देश में वायरलेस सेट एक सुरक्षा एजेंसी को बेचे जाते हैं। जापानी वायरलेस सेट को पाकिस्तान में बेचा गया है या नहीं इसके बारे में तफ्तीश की जा रही है। इसकी जानकारी पाकिस्तानी अधिकारियों को दी जाएगी।