दिल्ली के जवाहर लाल नेहरु यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के 27 साल के एक छात्र ने दक्षिण दिल्ली के मुनिरका इलाके में सोमवार शाम डिप्रेशन के चलते कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया कि रजनी कृष नाम का यह युवक जेएनयू में एमफिल का छात्र था।
पुलिस के मुताबिक वह निजी कारणों को लेकर अवसाद में था जबकि उसके दोस्तों ने उसका फेसबुक पोस्ट साझा किया जिसमें उसने एमफिल और पीएचडी दाखिले में कथित भेदभाव का आरोप लगाया था। उसने 10 मार्च को किये फेसबुक पोस्ट में लिखा है, ‘‘एमफिल:पीएचडी दाखिले में कोई समानता नहीं है, मौखिक परीक्षा में कोई समानता है… ‘ उसने लिखा कि, जब समानता नहीं मिलती है तब कोई चीज नहीं मिलती है।
दोस्तों के साथ होली पर लंच के बाद दे दी जान
होली मनाने के लिए क्रिश और उसके 7-8 दोस्त फ्लैट में इक्ट्ठा हुआ थे। दोस्तों के मुताबिक वह सुबह से ही थोड़ा परेशान दिख रहा था। दोपर एक बजे के आस-पास सभी दोस्त क्रिश के फ्लैट में एकत्र हुए थे। वह ठीक तरह से बात नहीं कर पा रहा था। फिर उसने दोस्तों से सोने के लिए बोला। उसके बाद वह फ्लैट के कमरे में सोने चला गया और दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। लगभग दो बजे दोस्तों नें खाने के लिए दरवाजा को खटखटाया तो अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। दोस्तों को लगा कि वह सो रहा है। कुछ देर बाद भी कमरे से कोई जवाब नहीं मिलने पर दोस्तों ने दरवाजे को जोर से जोर से पीटना शुरू कर दिया। इसी दौरान दरवाजे के गैप से देखा कि क्रिश पंखे से लटक रहा है। इसके बाद दोस्तों ने पुलिस को बुलाया। पुलिस ने दरवाजे को तोड़कर शव को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।