पाकिस्तान बॉर्डर पर भारत-चीन का संयुक्त सैन्य अभ्यास

0
भारतीय सेना

भारतीय सेना और चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने बुधवार को पूर्वी लद्दाख के चूशुल में संयुक्त अभ्यास किया। जम्मू-कश्मीर में दोनों देशों के बीच यह पहला सैन्य-समन्वय अभ्यास है, जिसके मद्देनजर लाइन आॅफ कंट्रोल (एलओसी) के पार पाकिस्तानी एजंसियों में काफी हरकत देखी गई। देशों देशों के बीच संधि के तहत इस अभ्यास का समय पहले से तय था। सीमा पर बसे एक भारतीय गांव में भूकम्प के हालात बनाकर दिन भर राहत और बचाव का संयुक्त अभ्यास किया गया।

ऐसे वक्त में जब चीन का रवैया महत्त्वपूर्ण मसलों पर भारत के खिलाफ रहा है, इस कवायद को राजनयिक और सामरिक दृष्टि से बेहद अहम माना जा रहा है। जाहिर है, राजनयिक और सामरिक स्तर पर चीन को साधे रखने के लिए भारत अपनी ओर से पहल कर रहा है। संयुक्त अभ्यास के लिए दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों ने जिस जगह का चयन किया, वह सामरिक दृष्टि से बेहद महत्त्वपूर्ण रही है। 1962 के भारत-चीन युद्ध में चूशुल अहम रणक्षेत्र था। दोनों देशों के बीच इस इलाके में सीमा का निर्धारण नहीं है और इसका विवाद चला आ रहा है। पूर्वी लद्दाख के इस इलाके में चूशुल और 17000 फीट की ऊंचाई पर दौलत बेग ओल्डी में दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों ने बैठक स्थल बना रखे हैं। बुधवार के संयुक्त अभ्यास की तैयारी को लेकर एक अक्तूबर को दोनों देशों की सेना के आला अधिकारियों की उच्चस्तरीय बैठक हुई थी।

इसे भी पढ़िए :  पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अब्बासी ने अलापा कश्मीर राग

भारत-चीन सीमा पर तनाव कम रहे, इसके मद्देनजर दोनों देशों की सेनाओं के बीच संवाद और सहयोग के लिए 2013 में ‘सीमा सुरक्षा सहयोग संधि’ पर दस्तखत किए गए। इसी के तहत बुधवार को भारत और चीन की सेना ने संयुक्त अभ्यास किया। इस तरह का पहला अभ्यास दौलत बेग ओल्डी इलाके में छह फरवरी 2016 को किया गया था। दिन भर के अभ्यास में दोनों देशों की संयुक्त टीम ने राहत आॅपरेशन चलाए, लोगों को बचाया और मेडिकल सुविधाएं पहुंचाईं। भारतीय सेना की अगुवाई ब्रिगेडियर आरएस रामन और चीनी सेना का नेतृत्व सीनियर कर्नल फान जून कर रहे थे। भारतीय सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, इस अभ्यास से दोनों देशों की सेना के बीच न सिर्फ परस्पर विश्वास बढ़ा है, बल्कि सीमा पर आपसी सहयोग भी बढ़ने की उम्मीद है।

इसे भी पढ़िए :  वीडियो में देखिए- मैनहट्टन ब्लास्ट के तुरंत बाद की तस्वीरें