कश्मीर वादी में जारी हिंसा के बीच शनिवार को मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती दिल्ली में आर्मी चीफ बिपिन रावत से मिलीं। मुलाकात के दौरान मुफ्ती ने नौजवानों पर ज्यादती करने वाले जवानों और अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। महबूबा मुफ्ती प्रधानमंत्री मोदी से भी मिलना चाह रही थीं। लेकिन मोदी भुवनेश्वर में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में थे। इसलिए मुलाकात नहीं हो सकी।
महबूबा मुफ्ती ने सेना प्रमुख बिपिन रावत से मुलाकात के दौरान कश्मीरी व्यक्ति को जीप से बांधकर घुमाने के वीडियो की जांच जल्द कराने की मांग की है। महबूबा ने बिपिन रावत से दोषी सैनिकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। ऐसा पता चला है कि बातचीत के दौरान महबूबा ने कहा, ‘डंडे से कुछ नहीं निकलेगा, अबतक जो हुआ सो हुआ, लेकिन आगे से ऐसा मत करना।’ महबूबा ने कहा कि इससे सेना और सरकार द्वारा चलाए जा रहे सद्भावना ऑपरेशन और कश्मीरी युवाओं के लिए जो घूमने का प्रबंध किया जाता है उसपर प्रभाव पड़ेगा। हालांकि आधे घंटे की इस भेंट को शिष्टाचार मुलाकात बताया गया है।
जनरल रावत ने महबूबा को घाटी की स्थिति के बारे में बताया और उन्हें बड़गाम में एक व्यक्ति को गाड़ी के अगले हिस्से में बांधकर घुमाने के कत्य के लिए जिम्मेदार सैन्यकर्मियों पर समय रहते कार्रवाई का आश्वासन दिया। सूत्रों के अनुसार सेना के अधिकारियों ने जांच दल को बताया कि उन्हें एक मतदान केंद्र की सुरक्षा में लगे आईटीबीपी और स्थानीय पुलिस ने भीड़ से उन्हें बचाने के लिए कॉल किया क्योंकि भीड़ उन्हें मारने पर उतारू थी। कांडीपुरा से सैन्य काफिला पहुंचा और उसने 36 साल के फारूक डार को सैन्य जीप से बांध दिया।
इस घटना का अज्ञात लोगों ने वीडियो बना लिया। पथराव करने वालों के खिलाफ कवच के तौर पर डार का इस्तेमाल करने वाला यह वीडियो सोशल मीडिया पर फैल गया। दावा किया गया है कि जांच के दौरान डार ने बताया कि वोट डालने के बाद वह मृत्यु शोक में शामिल होने के लिए अपनी बहन के घर जा रहा था, तब उसे उठा लिया गया।
इससे पहले पश्चिम कमान की जम्मू स्थित नौवीं कोर की यात्रा पर आए सेना प्रमुख ने राज्यपाल एन एन वोहरा से भेंट की थी और उन्हें सीमा पर एवं आगामी अमरनाथ यात्रा के सिलसिले में स्थिति से अवगत कराया।
वीडियो बढ़ा रहे तनाव
शनिवार को सेना की कार्रवाई से जुड़े 2 और वीडियो वायरल हुए थे। इनमें से एक में सैनिक कुछ युवाओं को बेरहमी से पीट रहे हैं और पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी पर मजबूर कर रहे हैं। दूसरे वीडियो में एक और नौजवान को बेरहमी से पीटा जा रहा है। हालांकि ये साफ नहीं है कि वीडियो कब और किसने फिल्माए हैं।