भुवनेश्वर में आज बीजेपी की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक का समापन होगा। पीएम मोदी कार्यकारिणी को संबोधित करेंगे। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवान के दर्शन के लिए आज भुवनेश्वर के लिंगराज मंदिर पहुंचे। पीएम ने यहां मंदिर में विशेष पूजा करने के साथ-साथ मंदिर की परिक्रमा भी की। इस मौके पर मुख्य पुजारियों के एक दल ने मंत्र पढ़े।
बता दें कि ये शहर के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। लिंगराज मंदिर भुवनेश्वर का सबसे बड़ा मंदिर है। मंदिर में पीएम मोदी को देखने के लिए खूब भीड़ उमड़ी। पूजा के बाद पीएम ने हाथ हिलाकर सबका अभिवादन स्वीकार किया। पीएम मोदी के साथ केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी लिंगराज मंदिर पहुंचे।
इससे पहले पीएम मोदी ने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ 1817 के संग्राम से जुड़े 16 परिवारों से मुलाकात की और उन्हें सम्मानित किया।
गौरतलब है कि बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक शनिवार को भुवनेश्वर में शुरू हुई। इस बैठक में हिस्सा लेने के लिए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी भुवनेश्वर पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने दीप प्रज्ज्वलित कर बैठक का विधिवत शुभारंभ किया और हवाईअड्डे से राजभवन तक का करीब आठ किलोमीटर का रोडशो भी किया।
लिंगराज मंदिर की खासियत
लिंगराज को सभी शिवलिंगों का राजा माना जाता है। इस मंदिर का निर्माण सोमवंशी राजा जजाति केशरी ने 11 वीं शताब्दी में कराया था। मंदिर के प्रांगण में ही बिंदुसागर सरोवर है। मान्यता है कि इसमें देश के सभी झरनों और नदियों का जल संग्रहित है। आपको बता दें कि लिंगराज मंदिर जाने वाले पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू थे।