दिल्ली: पूर्व किक्रेटर और बीजेपी से निलंबित सांसद कीर्ति आजाद और जेटली के बीच खटास को तो अब शायद ही कोई नहीं जानता होगा। इस खटास का कारण है डीडीसीए। कीर्ति आजाद ने जेटली पर डीडीसीए में रहने के दौरान भ्रष्टाचार में शामिल होने का आरोप लगाया था। और तब से जेटली के खिलाफ अलग मौर्चा ही खोल रखा है। इस आरोप के बाद बाजपा ने कीर्ति को पार्टी से निकाल दिया था। कार्ति का ताजा हमला नोटबंदी को लेकर है। लेकिन यहां भी उन्होंने सिर्फ वित्त मंत्री अरूण जेटली को ही लपेटा। आजाद ने जेटली पर आरोप लगाया कि उनकी अक्षमता के कारण केंद्र सरकार की किरकिरी हो रही है, ऐसे में उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
कीर्ति ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, ‘देश के प्रधानमंत्री कोई निर्णय ले रहे हैं और बैंकों में करोड़ों लोगों का कालाधन सफेद किया जा रहा है। ये बैंक किसके अंतर्गत हैं? ये वित्त मंत्रालय के अंतर्गत हैं। वित्त मंत्री अक्षम हैं और अर्थशास्त्री भी नहीं हैं। उनको इस्तीफा दे देनी चाहिए।’