बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का सपना था की वो देश के प्रधानमंत्री बने पर यह सपना अभी तक पूरा नही हो सका। लेकिन अब खबरे आ रही है की वे देश के अगले राष्ट्रपति बन सकते है। ज़ी न्यूज ने सूत्रों के हवाले से यह रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं एक बैठक में अगले राष्ट्रपति के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता का नाम आगे किया।
ज़ी मीडिया ने सूत्रों के हवाले से कहा कि गुजरात के सोमनाथ में हुई एक बैठक के दौरान पीएम मोदी ने आडवाणी का नाम आगे किया। बैठक में पीएम मोदी ने कथित रूप से कहा कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता आडवाणी के लिए राष्ट्रपति का पद उनकी तरफ से ‘गुरुदक्षिणा’ होगी। आपको बता दें कि इस बैठक में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केशूभाई पटेल और लालकृष्ण आडवाणी उपस्थित थे।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के विधानसभा चुनावों में प्रचंड जीत के बाद बीजेपी को अपनी पसंद का राष्ट्रपति मिलने की उम्मीद है। राष्ट्रपति पद का चुनाव इस साल जुलाई में होगा।
आडवाणी-मोदी के बीच सुलह !
साल 2014 के लोकसभा चुनाव के वक्त जब मोदी को पीएम के रूप में प्रोजेक्ट किया गया, तब आडवाणी ने ही विरोध शुरू किया था। इसके बाद भी मोदी पीएम बन गए। तभी से आडवाणी ने मौन साध लिया। माना गया कि दोनों के बीच उसी के बाद से एक अनडिक्लेयर्ड कोल्ड वार शुरू हो गई। लेकिन यूपी समेत 5 राज्यों के चुनावी नतीजों के बाद आडवाणी ने सुलह की पॉलिसी को अपना लिया।
ऐसे बनेगा बीजेपी के पसंद का राष्ट्रपति
10,98,882 राष्ट्रपति चुनाव में वोटों की वैल्यू है। 5.49 लाख वोट चाहिए राष्ट्रपति चुनाव जीतने के लिए। 4.57 लाख वोट हैं बीजेपी अलायंस के पास। यानी 92 हजार और वोटों की जरूरत है। 96508 वोट वैल्यू मिलेगी बीजेपी को 5 राज्यों में जीती गई सीटों से। इनमें से अकेले यूपी असेंबली के वोटों की वैल्यू 67600 है। यूपीए-थर्ड फ्रंट मिलकर भी एनडीए के बराबर नहीं होंगे। बीजेपी की पसंद का राष्ट्रपति बनना तय है क्योंकि 5 राज्यों के नतीजों ने उसे जरूरी वोट अवलेबल करा दिए हैं।