अहमदाबाद: मंत्रिमंडल से हटाए जाने वाले गुजरात के आदिवासी नेता मनसुखभाई वासवा ने मंगलवार को कहा कि उन्हें इस बारे में कुछ भी पता नहीं है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल से उन्हें क्यों हटाया गया लेकिन वासवा ने ये स्वीकार किया कि वो विपरीत माहौल में काम कर रहे थे ।
वासवा ने कहा कि तीन महीने पहले उन्हों गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल को पत्र लिखकर राज्य में आदिवासी कल्याण से संबंधित शिकायतों को दूर नहीं करने की स्थिति में अपने पद से त्यागपत्र देने की धमकी दी थी ।
उन्होंने कहा कि, मुझे इस बारे में कुछ भी पता नहीं है कि मुझे पद छोड़ने को क्यों कहा गया और इस बारे में पार्टी हाईकमान से स्थिति स्पष्ट करने की मांग करेंगे । आदिवासी मंत्री के रूप में मैंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में आदिवासी समुदाय और क्षेत्र के लाभ के लिए सब कुछ किया।
मध्य गुजरात के भरूच क्षेत्र से सांसद वासवा आदिवासी मामलों के राज्यमंत्री थे और राज्य के पूर्वी क्षेत्र में आदिवासियों की स्थिति सुधारने के संबंध में उनकी बार बार की अपीलों पर काम नहीं करने के लिए गुजरात सरकार की आलोचना करते रहे हैं।