जयशंकर से हालिया पाक रूस संयुक्त सैन्य अभ्यास को लेकर भारत की चिंताओं पर रूस की प्रतिक्रिया के बारे में सवाल किया गया। इसके जवाब में जयशंकर ने कहा, ‘‘हम संतुष्ट हैं कि रूस भारत का हित समझता है तथा वे कभी भारत के हितों के खिलाफ कुछ नहीं करेंगे। मुझे लगता है कि इस विषय में हमारे विचार बहुत मजबूती से मिलते हैं।’’ विदेश सचिव ने यह भी दावा किया कि रूस के साथ मित्रता की पुष्टि ऐसी है जिस पर भारत भरोसा करता है और दोनों ऐसा कुछ नहीं करेंगे जो उनके हितों के विरूद्ध हों। उन्होंने कहा कि रूस एक भागीदार से बढ़कर है।
संयुक्त बयान में कहा गया कि मोदी एवं पुतिन ने आतंकवाद के सभी स्वरूपों की कड़ी भर्त्सना करते हुए इस बात पर बल दिया कि इसके उन्मूलन के लिए व्यापक स्तर पर अंतरराष्ट्रीय गठबंधन हो।
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