शुरू हुआ सावन का महीना, बोल बम के जयकारों से गूंजे मंदिर, पढ़िए कैसे करें भोले की आराधना

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आराधना, पूजा-अर्चना का पर्व सावन मास 20 जुलाई से प्रारंभ हो रहा है। शहर के मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना होगी।महीने का पहला सोमवार 25 जुलाई को व अंतिम 15 अगस्त को पड़ेगा। सावन किसी भी तारीख को आए मन को हर्षाने वाला होता है। इस बार सावन आषाढ़ नक्षत्र बुधवार 20 जुलाई से प्रारंभ हो रहा है। जो 18 अगस्त, गुरुवार रक्षाबंधन के दिन समाप्त होगा। इस महीने में ग्रहों का भी विशिष्ट संयोग बन रहा है। सावन माह में भगवान शिव व मां पार्वती की विशेष रूप से पूजा-अर्चना की जाती है। भक्त भी इस माह का उत्साह से इंतजार कर रहे हैं। हिंदू धर्म में सावन का महीना काफी पवित्र माना जाता है। इसे धर्म-कर्म का माह भी कहा जाता है। सावन महीने का धार्मिक महत्व काफी ज्यादा है। 12 माह में से सावन माह विशेष पहचान रखता है। व्रत, दान व पूजा-पाठ करना अति उत्तम माना जाता है।

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सावन महीने का पहला सोमवार 25 जुलाई, दूसरा 1 अगस्त, तीसरा 8 अगस्त और चौथा सोमवार 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के दिन पड़ेगा। सावन में त्योहारों की भी धूम रहेगी। इसमें 2 अगस्त को छत्तीसगढ़ का पारंपरिक त्योहार हरियाली अमावस्या मनाई जाएगी। इसमें कृषक खेती-किसानी का कार्य खत्म कर अपने कृषि उपकरणों की पूजा करते हैं। 6 अगस्त को विनायक चतुर्थी का पर्व मनाया जाएगा। 7 अगस्त को नागपंचमी मनाई जाएगी। जिन लोगों को कालसर्प को योग हो तो इस दिन महादेव की पूजा करने से यह दोष कटता है। वहीं इस दिन नागदेवता को खीर का भोग अर्पित करने की परंपरा है। 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस और सोम प्रदोष व्रत है। 18 अगस्त को रक्षाबंधन का पर्व है।

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