मोदी के डीएनए में असहिष्णुता, टकराव और प्रतिशोध शामिल है: कांग्रेस

0
आनंद शर्मा

 

दिल्ली:

कांग्रेस ने आज मोदी के एक निजी चैनल में दिए गए इंटरव्यू पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी बदले की भावना मामले पर झूठ बोल रहे हैं। कांग्रेस ने मोदी इंटरव्यू में किये गये दावों को आज खारिज करते हुए आरोप लगाया कि ‘असहिष्णुता, टकराव और प्रतिशोध उनके डीएनए में’ शामिल हैं।

कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने एक साक्षात्कार में दावा किया है कि वह बदले की राजनीति में विश्वास नहीं करते जो उनके ट्रैक रिकॉर्ड से गलत साबित होता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘असहिष्णुता, टकराव और प्रतिशोध प्रधानमंत्री के डीएनए का और उनकी पार्टी तथा आरएसएस के डीएनए का हिस्सा हैं।’’ शर्मा ने कहा कि गुड़गांव में जमीन अधिग्रहण में कथित अनियमितताओं के मामले में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के आवासों पर सीबीआई छापे इसी दुर्भावना का हिस्सा हैं।

इसे भी पढ़िए :  मोदी सरकार में किसानों की उपेक्षा हो रही है: राहुल गांधी

प्रधानमंत्री पर पलटवार करते हुए उन्होंने दावा किया कि गुजरात में हजारों हेक्टेयर जमीन मामूली दाम में बेच दी गयी और अगर भूमि सौदों की जांच कराई गयी तो भाजपा के सभी मुख्यमंत्री कठघरे में होंगे।

इसे भी पढ़िए :  करप्शन के आरोपों पर कांग्रेस ने मांगा रिजिजू का इस्तीफा, जारी किया ऑडियो टेप

शर्मा ने आरोप लगाया कि एक ‘डर्टी ट्रिक्स विभाग’ है जो प्रधानमंत्री कार्यालय से संचालित होता है। वे विपक्ष के नेताओं को निशाना बना रहे हैं। हमने यह बात संसद में कही है। हम इसे दोबारा कह रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘वे फोन टैप कर रहे हैं, विपक्ष के नेताओं पर नजर रख रहे हैं, वरिष्ठ न्यायाधीशों, भारत सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों पर नजर रख रहे हैं और फोन टैप कराये जा रहे हैं।’’

शर्मा ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री भाजपा के मुख्यमंत्रियों के खिलाफ स्पष्ट मामलों के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं करते लेकिन विपक्ष के नेताओं और मुख्यमंत्रियों पर निशाना साधने का मौका नहीं छोड़ते। उन्होंने कहा, ‘‘जब मोदी गुजरात में मुख्यमंत्री थे तो विपक्ष के नेता अजरुन मोढवाडिया के खिलाफ अनधिकृत प्रवेश और लूटपाट का मामला दर्ज किया गया था। दिवंगत मुख्यमंत्री अमरसिंह चौधरी के खिलाफ मामले दर्ज किये गये, वहीं एक और पूर्व मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला के खिलाफ छापे मारे गये।’’ शर्मा ने कहा कि एसोसिएटिड जर्नल्स लिमिटेड को प्रवर्तन निदेशालय का नोटिस भी इसी तरह का एक उदाहरण है।

इसे भी पढ़िए :  योगी राज में बुलंदशहर जैसी वारदात, पति के सामने महिला से गैंगरेप