आतंकवाद पर भारी आस्था, तनाव का भक्तों पर असर नहीं
कटरा में नवरात्र को नवरात्र महोत्सव कहा जाता है। इसे देखने देश-दुनिया से लोग आते हैं। कलश यात्रा के साथ ये महोत्सव शुरू होगा। नौ दिन तक हर रोज अलग-अलग कार्यक्रम होते रहेंगे। हर दिन एक झांकी निकलेगी। जगराते होंगे। भवन के लिए दोनों ट्रैक से यात्रा होगी। कुछ दिन पहले भूस्खलन की वजह से एक ट्रैक बंद कर दिया गया था। दिव्यांगों के लिए श्राइन बोर्ड ने खास इंतजाम किए हैं। उन्हें स्पेशल स्लिप दी जाएगी, ताकि वे आराम से दर्शन कर सकें। यात्रा मार्ग में मल्टीपर्पज साउंड सिस्टम लगाए गए हैं, ताकि मां के गीत सुनते हुए भक्त सफर तय करें। कश्मीर के तनाव का यहां कोई असर नहीं दिख रहा। भक्तों के माथे पर बंधी मां की चुनरी और होठों से गूंजते शेरांवाली के जयकारे इसका सबूत हैं।
श्राइन बोर्ड के कटरा, भवन और जम्मू स्थित सारे सरकारी गेस्टहाउस भर चुके हैं। होटलों में भी बुकिंग फुल हो चुकी है।हेलिकॉप्टर भी हर दिन सैकड़ों भक्तों को दर्शन करवाने के लिए उड़ान को तैयार हैं। इनकी ऑनलाइन बुकिंग दो महीने पहले ही शुरू हो गई थी। ऑनलाइन में अब कोई भी सीट, किसी भी दिन के लिए खाली नहीं है। बोर्ड के मुताबिक नवरात्र में रोज दो से ढाई करोड़ रु. का चढ़ावा आता है। इसमें सोने-चांदी के गहने भी होते हैं। कटरा से लेकर भवन तक जितने भी खाने-पीने के प्वाइंट है, वहां व्रतियों के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। फलाहार के अलावा व्रत का भोजन भी मिलेगा। सुरक्षा के भी इस बार विशेष इंतजाम किए गए हैं। एसएसपी रियासी सुजीत कुमार ने बताया- हर कोने में वर्दी और बिना वर्दीवाले जवान तैनात किए गए हैं। कुछ एजेंसियों के जवान भी तैनात रहेंगे।
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