निर्भया गैंगरेप: दोषी विनय शर्मा ने तिहाड़ जेल में की आत्महत्या की कोशिश

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साल 2012 का निर्भया गैंगरेप कांड याद करके सांसे सिहर उठती हैं। इस गैंगरेप को अंजाम देने वाले दोषी दिल्ली की तिहाड़ जेल में सज़ा काट रहे हैं। आज सुबह तिहाड़ जेल में उस वक्त हड़कंप मच गया जब इन्हीं में से एक दोषी विनय शर्मा ने जेल में आत्महत्या करने की कोशिश की। जिसके बाद आनन फानन में विनय को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। विनय ने हले जहां कुछ दवाइयां खा लीं, वहीं बाद में गमछे (तौलिया) को गले में बांधकर मरने की कोशिश की। विनय तिहाड़ के जेल नंबर-8 में बंद था।

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आपको बता दें कि 16 दिसंबर 2012 को देश को झकझोर देने वालीगैंगरेप की इस वारदात का मुख्य आरोपी राम सिंह ने भी तिहाड़ में ही आत्महत्या कर ली थी। राम सिंह का शव 11 मार्च 2013 को तिहाड़ जेल के सेल में फंदे से लटका मिला था। सिंह की खुदकुशी के बाद जेल प्रशासन पर कैदियों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े हुए थे, वहीं अब विनय की कोशि‍श ने एक बार फिर जेल प्रबंधन को निशाने पर ला दिया है।

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राम सिंह की पहले ही हो चुकी है मौत, जेल में लगाई थी फांसी
गौरतलब है कि राम सिंह ने कोर्ट में पेशी से ठीक पहले सुबह 5 बजे तिहाड़ जेल में खुदकुशी कर अपनी जान दे दी थी। वह जेल नंबर-3 में बंद था। उसने जेल में लगी ग्रिल में अपनी शर्ट और दरी का फंदा बनाकर जान दी थी।

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दोषियों को कोर्ट ने सुनाई थी सज़ा-ए-मौत
साल 2012 में 16 दिसंबर की रात चलती बस में गैंगरेप के मामले में कुल 6 आरोपी थे। राम सिंह की मौत के बाद मामले में बाकी पांच को दोषी पाया गया। पांच में एक नाबालिग दोषी को छोड़कर बाकी चार को सजा-ए-मौत का हुक्म दिया गया है। नाबालिग दोषी को मौजूदा कानून के तहत तीन साल के लिए बाल सुधार गृह भेजा गया था. उसे बीते साल दिसंबर में रिहा किया गया।