बीजेपी में अंतर्कलह कहें या कुछ और लेकिन इऩ दिनों जो कुछ भी चल रहा है इसे देखकर तो यही लगता है कि पार्टी को धड़ों में विभाजित हो रही है। बीजेपी ने चुनाव प्रचार में उतरने वाले नेताओं की लिस्ट देखकर आप इस बात का अंदाजा आसानी से लगा सकते हैं। अपने कार्यकर्ताओं को उम्मीदवारी में ‘कमजोर’ मान रही बीजेपी प्रचारकों में भी ‘उधार’ के ही भरोसे है। पार्टी ने शनिवार को यूपी में पहले दो चरण के चुनाव के लिए स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है, जिससे कभी बीजेपी की पहचान रहे आडवाणी, जोशी और सुषमा जैसे बड़े चेहरे गायब हैं। वहीं, बीएसपी से आए नेता बीजेपी को स्टार के लिए अधिक मौजूं लगे हैं।
उत्तर प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य की तरफ से चुनाव आयोग को पहले और दूसरे चरण के चुनाव के लिए 40 स्टार प्रचारकों की सूची भेजी गई है। आयोग की तरफ से यही अधिकतम सीमा भी है। बीजेपी ने मान लिया है कि उसके दिग्गज चेहरे अब जनता को लुभाने लायक नहीं बचे।
मार्गदर्शक मंडल में जा चुके लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के साथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का नाम भी प्रचारकों की लिस्ट से बाहर कर दिया गया है। हालांकि सुषमा का अभी हाल ही में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ है, ऐसे में संभव है कि उनके स्वस्थ्य को ध्यान में रखकर उन्हें इस काम से दूर रखा गया हो। लेकिन बीजेपी के पुराने और कद्दावर नेता मुरली मनोहर जोशी तो इस समय कानपुर से सांसद भी हैं। बावजूद इसके उनका नाम भी प्रचारकों की लिस्ट से गायब है। अगर बात करें यूपी में बीजेपी के सबसे युवा चेहरे की तो बीजेपी में ‘एकला चलो’ की राह पकड़ चुके वरुण गांधी भी उम्मीद के मुताबिक स्टार प्रचारक की सूची से बाहर कर दिए गए हैं। हालांकि, उनकी मां और केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी सूची में शामिल हैं। कैराना पलायन के झंडेबरदार हुकूम सिंह का भी नाम है। सूची पहले दो चरणों के लिए है। आगे नाम में बदलाव किए जा सकते हैं।
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