इसी साल की शुरूआत में पठानकोट एयरबेस पर हुई आतंकी हमले की साजिश को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान की धरती का इस्तेमाल किया गया था। अमेरिका ने इस बात की पुष्टि की है कि पठानकोट हमले की साजिश पाकिस्तान से ही रची गई थी। हमले के संबंध में अमेरिका ने भारत को कुछ नए सबूत सौंपे हैं। इन सबूतों से साफ है कि हमले की साजिश पाकिस्तान में ही रची गई थी। ये सबूत ऐसे समय सौंपे गए हैं जब राष्ट्रीय जांच एजेंसी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के खिलाफ इस हमले के सिलसिले में चार्जशीट दायर करने पर विचार कर रही है।
अंगेजी अखबार ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ में छपी खबर के मुताबिक अमेरिका ने एनआईए को बताया है कि इस हमले के मास्टरमाइंड जैश के आतंकियों के फेसबुक अकाउंट्स का आईपी अड्रेस और जैश के वित्तीय मामलों को देखने वाले संगठन अल रहमत ट्रस्ट की वेबसाइट का आईपी अड्रेस, दोनों का लोकेशन पाकिस्तान है।
हाईटेक थे आतंकी, फेसबुक पर मिली तस्वीर
जांच से पता चला है कि जैश हैंडलर काशिफ जान के दोस्तों ने जिन फेसबुक ग्रुप का इस्तेमाल किया, वे जिहाद और जैश से संबंधित है और इन पर चार मारे गए आतंकवादियों की तस्वीरें भी मिली हैं. ये आतंकवादी नासिर हुसैन, हाफिज अबू बकर, उमर फारूक और अब्दुल कयूम थे।
फोन नंबर से भी जुड़ा तार
यह भी पाया गया है कि काशिफ जान जिस फेसबुक अकाउंट का इस्तेमाल कर रहा था, वह उसी नंबर से जुड़ा हुआ था जिस नंबर पर आतंकियों ने पठानकोट से फोन किया था। आतंकियों ने पंजाब पुलिस के एसपी सलविंदर सिंह को अगवा करने के बाद इस नंबर पर फोन किया था।
जांच में यह बात सामने निकलकर आई है कि काशिफ जान जिस फेसबुक अकाउंट का उपयोग कर रहा था वह उसी नंबर से कनेक्टेट था जिस पर आतंकियों ने पंजाब पुलिस के एसपी सलविंदर सिंह को अगवा करने के बाद पठानकोट से फोन किया था। आतंकियों ने एक अन्य नंबर पर भी फोन किया था जिसका उपोयग “मुल्ला दादुल्ला” के फेसबुक अकाउंट से जुड़ा हुआ था। इन फेसबुक अकाउंट का संचालन पठानकोट हमले के दौरान पाकिस्तान से हो रहा था और इसके लिए पाकिस्तान की टेलीकॉम फर्म्स के आईपी एड्रेस का इस्तेमाल किया गया था।