चीन के प्रभावशाली थिंक टैंक ने बलूचिस्तान में भारत के दखल पर चेतावनी दी है कि अगर भारत की किसी भी हरकत से बलूचिस्तान में 46 बिलियन डॉलर (3,08,200 करोड़ रुपये) लागत वाली चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (सीपीईसी) परियोजना को बाधित किया तो चीन चुप नहीं बैठेगा। चीन को मामले में दखल देना पड़ेगा। और चीन बलूचिस्तान मसले पर पाकिस्तान के साथ खड़ा हो जाएगा।
हू शिशेंग ने बताया कि, ‘चीन को डर है कि भारत पाकिस्तान स्थित बलूचिस्तान में ‘सरकार विरोधी’ तत्वों को हवा दे सकता है, जहां चीन अपनी महत्वाकांक्षी परियोजना सीपीईसी में 46 अरब डॉलर का निवेश कर रहा है। भारत वही तरीका अपना सकता है जो उसके हिसाब से पाकिस्तान, भारत के मामलों में अपना रहा है। और अगर ऐसा कोई षड्यंत्र सीपीईसी को नुकसान पहुंचाएगा तो फिर चीन को दखल देना पड़ेगा।’
हू ने आगे कहा कि अगर ऐसा होता है तो चीन और पाकिस्तान के पास संयुक्त जवाबी कार्रवाई करने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं बचेगा।