पिछले कुछ साल से पाकिस्तान हर चीज पर कंट्रोल कर रहा था। फिर चाहे वे छोटे-छोटे हमले कराना हो या मुंबई में बड़े आतंकी हमले कराना। इनके जवाब में भारत अपनी नाराजगी तो जाहिर करता था लेकिन कभी कूटनीतिक कार्रवाई से आगे नहीं जाता था।
भारत और पाकिस्तान दोनों को इस चलन की आदत पड़ गई थी और भारत की बेबसी बढ़ती जा रही थी। पाकिस्तान की ओर से आतंकी हमले तो होते ही थे, घुसपैठ की न जाने कितनी कोशिशें भी होती थीं।
मौजूदा वक्त में पाकिस्तान में सिविलियन स्टैबलिशमेंट और मिलिटरी-आईएसआई में मतभेद बढ़ रहे हैं। अब भारत ने भी कूटनीतिक वार्ता से आगे जाकर मिलिटरी कार्रवाई के जरिए पाकिस्तान को कड़ा संदेश दे दिया है।
इसलिए आने वाले वक्त में दोनों देशों के बीच चीजें काफी बदलने वाली हैं। फिलहाल भारत सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के मंसूबों को भांपकर चौकन्ना है। बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और सेना को अलर्ट मोड में रखा गया है।