दिल्ली: पाकिस्तान ने कश्मीर में भारत द्वारा ‘मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघनों’ पर अमेरिका को डोजियर सौंपा है और इस मामले में उससे हस्तक्षेप की मांग की है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने यहां एक बयान में कहा कि अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत जलील अब्बास जिलानी ने कल अफगानिस्तान और पाकिस्तान के लिए अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि रिचर्ड ओल्सन से विदेश विभाग में मुलाकात की और कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा ‘‘मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघनों’’ के बारे में सूचना वाला एक डोजियर सौंपा।
जिलानी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय, विशेष तौर पर अमेरिका को कश्मीर में बेगुनाह नागरिकों के साथ किये जाने वाले ‘‘अमानवीय और अपमानजनक व्यवहार’’ पर गौर करना चाहिए।
मंत्रालय ने एक बयान में राजदूत के हवाले से कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य होने के नाते अमेरिका को भारत पर प्रभाव डालना चाहिए कि वह ‘‘शासन प्रायोजित आतंकवाद’’ तत्काल समाप्त करे।
बयान के अनुसार दोनों की बैठक के दौरान इस बात पर जोर दिया गया कि कश्मीर के लोगों को आत्मनिर्णय का अधिकार संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रदान किया गया है जिसे ‘‘भारत एकतरफा नकार नहीं सकता।’’ जिलानी ने साथ ही कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि संयुक्त राष्ट्र का एक सदस्य होने के नाते भारत को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार और मानवीय संगठनों को कश्मीर की वास्तविक स्थिति तक पहुंच प्रदान करनी चाहिए।