दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा से यहां मुलाकात की और सामरिक द्विपक्षीय सहयोग में तात्कालिक प्राथमिकताओं पर चर्चा की जिसमें असैन्य परमाणु सहयोग को मजबूत करना और जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करना शामिल है।
पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के इतर ओबामा के साथ बैठक के बाद मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘भारत और अमेरिका संबंधों पर अमेरिका के राष्ट्रपति के साथ विस्तार से चर्चा हुई।’’ पिछले दो वर्षों में दोनों नेताओं के बीच यह आठवीं बैठक है।
सूत्रों ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति ओबामा ने भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा की। अमेरिकी राष्ट्रपति ने विश्वास जताया कि जीएसटी पास होने से अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।’’ बैठक के दौरान ओबामा ने मोदी के उद्यमिता और नवोन्मेष पर दृष्टिकोण की प्रशंसा की और कहा कि ‘‘भारत जैसे देश के लिए यह काफी महत्वपूर्ण है।’’ सूत्रों के मुताबिक ओबामा ने कहा कि वह भारत को हमेशा दोस्त के रूप में देखते हैं और ‘‘भारत के मजबूत सहयोगी बने रहेंगे और हर तरह से सहयोग करेंगे।’’ दोनों नेताओं ने सामरिक सहयोग में त्वरित प्राथमिकताओं की समीक्षा की। उन्होंने जलवायु परिवर्तन और उर्जा सहयोग के मुद्दों पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने परमाणु उर्जा, सौर उर्जा और नवोन्मेष में भारत..अमेरिकी सहयोग की प्रगति की समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि बैठक ‘‘गर्मजोशी से भरी और मैत्रीपूर्ण’’ रही।
दोनों देशों के बीच संबंधों में योगदान और बढ़ते विश्वास के लिए मोदी ने राष्ट्रपति ओबामा की प्रशंसा की।
उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति को पद छोड़ने के बाद भारत दौरे का निमंत्रण दिया जिस पर ओबामा ने कहा कि वह भारत दौरे के किसी भी अवसर का स्वागत करेंगे।
ओबामा ने मजाकिया अंदाज में कहा कि उन्होंने और उनकी पत्नी मिशेल ने अभी तक ताज महल नहीं देखा है। ओबामा ने पिछले वर्ष ताजमहल के दौरे को रद्द कर दिया था। सउदी अरब के शाह अब्दुल्ला के निधन के बाद वह अपनी यात्रा की अवधि को कम कर सउदी अरब रवाना हो गए थे। दोनों देशों के नेताओं के रूप में यह उनकी अंतिम मुलाकात हो सकती है क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में ओबामा का दूसरा कार्यकाल अगले वर्ष जनवरी में खत्म होने वाला है।
उनकी पहली मुलाकात सितम्बर 2014 में व्हाइट हाउस में हुई थी जब ओबामा के निमंत्रण पर मोदी ने वॉशिंगटन डीसी की यात्रा की थी।