प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की जनता से हमेशा जुड़े रहने की कोशिश में रहते हैं। इसके लिए वे नए-नए तौर-तरीके भी अपनाते रहते हैं। अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए लोगों से रूबरू होने वाले पीएम मोदी आज(शनिवार) नए अंदाज में लोगों से सीधी तौर पर मुखातिब हुए। इस कार्यक्रम के दौरान पीएम ने कथित गौरक्षकों पर जमकर निशाना साधा। इसके साथ ही किसान, विकास और देश की तमाम समस्याओं पर जनता द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब दिए।
पढ़िए, पीएम की मुख्य बातें
-रात में गोरखधंधा करने वाले दिन में गौरक्षा का चोला पहनकर निकलते हैं।
-गौरक्षा के नाम पर दुकान खोलने वालों पर मुझे गुस्सा आता है।
-अगर आप सच में गौरक्षक हैं तो गायों को प्लास्टिक न खाने दें।
-काटे जाने से ज्यादा गायें प्लास्टिक खाने से मरती हैं।
-कई लोग गौरक्षा का चोला पहन अपनी बुराई छुपाने की कोशिश करते हैं।
-सभी राज्य सरकारें कथित गौरक्षकों की कुंडली तैयार करें।
-देश में बदलाव लाने के लिए नीति-निर्णयों का महातम्य उसके आखिरी लाभार्थी तक पहुंचने का है।
-तकनीकी और गुड गवर्नेंस से किसानों को लाभ होगा।
-किसानों को अब परंपरागत खेती से आगे बढ़ना होगा।
-जिसकी जिम्मेदारी हो उसकी जवादेही भी तय होनी चाहिए।
-जनता की समस्या का निपटारा जल्द से जल्द होना चाहिए।
-दुनिया में मंदी छाई हुई है, खरीददारी की क्षमता कम हो रही है, इसके बाद भी हमारी विकास दर 7.6 फीसदी है।
-मुझे हमेशा लगता है कि अपनी शक्ति और समय देश के लिए खपा दूं।
-सवा सौ करोड़ देशवासियों के सपने, उनकी स्थिति मुझे थकने नहीं देती है।
-भारत के बाहर रह रहे लोग एक साधारण काम कर सकते हैं, वे हर साल 5 गैर-भारतीय परिवारों को भारत घूमने के लिए कन्विंस कर सकते हैं।
-दुनिया भर में मशहूर पिज्जा हट के पिज्जा के स्वाद में 1000 किलोमीटर बाद भी कोई अंतर नहीं आता, लेकिन तमिलनाडु घूमिए वहां इडली का स्वाद 10 बार बदलता है।
-हमारे पास भोजन की इतनी विविधताएं हैं, कि दुनिया पागल हो जाए।
-तकनीकी और गुड गवर्नेंस से किसानों को लाभ होगा।
-सरकार का हस्तक्षेप जितना कम हो उतना अच्छा।