दिल्ली: बसपा पर जातिवादी पार्टी होने के विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए पार्टी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हार स्वीकार चुके हैं और इसीलिए वह कह रहे हैं कि अगले विधानसभा चुनाव पार्टी की जीत या हार का मुद्दा नहीं है।
मायावती ने कहा कि ‘विरोधी दल बसपा पर गलत आरोप मढ़ते हैं कि वह जातिवादी पार्टी है वो यह इसलिए कहते हैं ताकि अन्य जातियों के लोग बसपा को वोट ना दें। ये राजनीतिक साजिश है’। उन्होंने कहा कि बसपा की चार सरकारों के समय पार्टी ने दलितों के अलावा अन्य सभी जातियों के हितों के लिए काम किया था। मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी ने संसद के भीतर और बाहर ऊंची जाति के गरीबों को आरक्षण की मांग भी उठाई है।
मायावती ने कहा, ‘हम जातिवादी नहीं है, इसका ताजा सबूत है कि हमने अगले चुनाव के लिए सभी जातियों को टिकट दिया है। हमने उम्मीदवार काफी पहले ही तय कर लिए थे’. उन्होंने बताया कि 403 सीटों में से 85 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैंय़ बसपा ने 87 टिकट दलितों, 97 मुसलमानों, 106 अन्य पिछडे़ वर्ग, 113 ऊंची जाति के लोगों (66 ब्राहमण, 36 क्षत्रिय और 11 कायस्थ, वैश्य एवं पंजाबी) को दिए हैं।