प्रदूषण से दिल्ली का दम घुट रहा है वहीं राजनेता राजनीति का राग अलाप रहे हैं। प्रदूषण के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पड़ोसी राज्यों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं तो केंद्रीय पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे ने कहा है कि 80 फीसदी प्रदूषण के लिए दिल्ली खुद जिम्मेदार है। दूसरी तरफ नैशनल ग्रीन ट्राइब्यूनल (एनजीटी) ने केंद्र, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान सरकार को फटकार लगाई है। कल सुप्रीम कोर्ट भी इस मुद्दे पर सुनवाई करेगा।
पर्यावरण मंत्री ने कहा, ‘हमने 4 राज्यों के साथ बैठक की है। सभी मिल-बैठकर इस समस्या का समाधान निकाल लेंगे। पल्यूशन से निपटने के लिए राज्यों को केंद्र की तरफ से पूरी मदद की जाएगी। आरोप-प्रत्यारोप बंद का दौर खत्म हो। अभी हवा को पल्यूशन मुक्त करने की जरूरत है, ताकि सभी लोग सांस ले सकें। जब तक राज्य खुद आगे नहीं बढ़ती, तब तक समस्या का समाधान नहीं होगा।’
अनिल दवे ने कहा, ‘राज्य सरकार सड़कों पर पानी का छिड़काव करे। पल्यूशन की बड़ी वजह धूल है। हम एक इन्वाइरनमेंट प्रोटेक्शन कैलेंडर जारी करेंगे, जोकि राज्यों को ध्यान में रखकर बनाया जाएगा।’ गौरतलब है कि इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली में स्मॉग के लिए मुख्य रूप से पड़ोसी राज्यों में फसलों के अवशेष जलाए जाने को जिम्मेदार बताया था।