यूपी का CM बनने की दौड़ में राजनाथ सिंह सबसे आगे, पिछड़ा-दलित वर्ग से बनाए जा सकते हैं दो डिप्टी CM

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राजनाथ

यूपी में भाजपा की प्रचंड जीत के बाद मुख्यमंत्री चुने जाने की कवायद जारी है। इस बीच, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह का नाम तेजी से उभरा है। चर्चा है कि राजनाथ सिंह के नाम पर संघ ने भी मुहर लगा दी है।

मीडियो रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूपी के सीएम पद की रेस में चार-पांच नाम और भी हैं, लेकिन राजनाथ को सभी का समर्थन मिल सकता है। चर्चा तो यहां तक है कि पार्टी अंदरखाने राजनाथ को सीएम और सुरेश खन्ना को स्पीकर बनाए जाने का मन बना चुकी है।

राजनाथ क्यों बने पहली पसंद?

सूत्रों की मानें तो यूपी चुनाव के नतीजों को बीजेपी नेतृत्व किसी भी जातीय समीकरण से परे मान रहा है। लिहाजा पार्टी की सोच है कि अगला सीएम ऐसा हो जो सभी तबकों को साथ लेकर चल सके। पहले पार्टी के रणनीतिकारों का आकलन था कि गैर-यादव ओबीसी पार्टी को सत्ता तक पहुंचाएंगे। इसलिए किसी ओबीसी नेता को प्रदेश की कमान सौंपी जा सकती है। लेकिन ये जीत इतनी बड़ी है कि पार्टी को अब इस रणनीति पर दोबारा गौर करना पड़ रहा है।

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बड़ी जीत का मतलब बड़ी जिम्मेदारी भी है। लिहाजा बीजेपी को अब सीएम की कुर्सी पर ऐसा नेता चाहिए जो तेज तरक्की की उम्मीद पर खरा उतर सके और राज्य की कानून व्यवस्था को पटरी पर ला सके। फिलहाल यूपी में राजनाथ सिंह पार्टी के सबसे बड़े कद्दावर नेता हैं। उन्हें पार्टी के नरमपंथी धड़े का नेता माना जाता है और वो पहले भी मुख्यमंत्री रह चुके हैं।

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दो डिप्टी सीएम क्यों ?

सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह मुख्यमंत्री की दौड़ में सबसे आगे हैं। लेकिन संघ चाहता है कि पिछड़े और दलित वर्ग को भी नाराज नहीं किया जाना चाहिए।

लिहाजा संतुलन बनाने के लिए पिछड़ी और दलित वर्ग से एक-एक डिप्टी सीएम भी बनाए जा सकते हैं। वैसे यह भी कहा यह भी जा रहा है कि यूपी का सीएम कौन होगा, इस पर फैसला 20 मार्च से पहले होने की संभावना कम ही दिख रही है।

16 मार्च को यूपी विधायकों और पर्यवेक्षकों की बैठक होनी है, लेकिन इस बीच आरएसएस की प्रतिनिधि सभा की बैठक 17 से 19 मार्च तक कोयंबटूर में होनी है। लिहाजा इस दौरान संघ की राय के बगैर मुख्यमंत्री के नाम पर सहमति मिलने की संभावना कम ही दिख रही है।

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ये भी हैं CM पद के दावेदार

राजनाथ सिंह के अलावा डॉ. महेश शर्मा, केशव प्रसाद मौर्य, डॉ. दिनेश शर्मा, स्वतंत्र देव सिंह, सतीश महाना और मनोज सिन्हा भी मुख्यमंत्री की दौड़ में हैं।

हालांकि, महेश शर्मा ने खुद को रेस से दूर बताते हुए कहा कि राजनाथ सिंह मुख्यमंत्री के लिए सबसे उपयुक्त चेहरा हैं। उन्होंने कहा कि संसदीय बोर्ड की बैठक में उनके नाम पर कोई चर्चा नहीं हुई।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को प्रचंड बहुमत मिला। पार्टी ने 403 सीटों में से 312 सीटों पर जीत हासिल की हैं।