रियो ओलंपिक: जर्मनी ने भारतीय हाकी टीम को हराया, निशानेबाजी में अभिनव बिंद्रा भी चुके

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दिल्ली: ओलंपिक में आज भी भारतीय टीम को निराशा ही हाथ लगी है। हॉकी में जर्मनी के खिलाफ पहले हाफ तक बराबरी पर रहना वाला पुरूष हॉकी टीम अंतिम समय में गोल खा कर मैच हार गया है। वही निशानेबाजी में अभिनव बिंद्रा को भी हार का सामना करना पड़ा।
आखिरी मिनटों में गोल गंवाने की आदत भारतीय हाकी टीम पर एक बार फिर भारी पड़ी और रियो ओलंपिक में पूल बी के रोमांचक मैच में दो बार की ओलंपिक चैम्पियन जर्मनी ने आखिरी सीटी बजने से ठीक पहले गोल करके उसे 2 . 1 से हरा दिया।

भारतीय हाकीप्रेमियों के लिये यह हार दिल तोड़ने वाली रही क्योंकि मैच में अधिकांश समय भारत का पलड़ा भारी रहा और निर्धारित समय से 3 . 1 सेकंड पहले जर्मनी ने विजयी गोल दागा ।

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आखिरी दो मिनट में जर्मन खिलाड़ियों ने जमकर हमले बोले। भारतीय डिफेंस एक बार फिर आखिरी पलों में बिखर गया और क्रिस्टोफर रूर ने विजयी गोल दागकर भारतीयों को स्तब्ध कर दिया।

इससे पहले जर्मनी ने निकलस वेलेन के गोल के दम पर बढत बनाई । भारत के लिये बराबरी का गोल रूपिंदर पाल सिंह ने 23वें मिनट में तीसरे पेनल्टी कार्नर पर किया ।

इस जीत से जर्मनी का ओलंपिक में 1996 के बाद से भारत के खिलाफ जीत का रिकार्ड बरकरार रहा । भारत ने आखिरी बार अटलांटा ओलंपिक में जर्मनी को 3 . 0 से हराया था ।

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हार के बावजूद भारतीय अपने प्रदर्शन पर गर्व कर सकते हैं । भारत ने लंदन में चैम्पियंस ट्राफी में जर्मनी को 3 . 3 से ड्रा पर रोका लेकिन ओलंपिक से ठीक पहले वालेंशिया में 0 . 4 से हार गई थी।
वहीं निशानेबाजी में भारत के स्टार निशानेबाज अभिनव बिंद्रा की दूसरा ओलंपिक पदक जीतने की उम्मीद टूट गयी, वह आज यहां रियो ओलंपिक खेलों के तीसरे दिन पुरूष वर्ग की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में तनावपूर्ण शूट आफ में करीब से पदक से चूक गये।

देश के एकमात्र ओलंपिक स्वर्ण पदकधारी बिंद्रा शूट आफ में यूक्रेन के सरहिये कुलीश से पिछड़ गये। दोनों 16 शाट के बाद 163.8 अंक से संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर थे।

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अपना पांचवां और अंतिम ओलंपिक खेल रहे बिंद्रा अपने शानदार कैरियर को बेहतरीन समापन से वंचित रह गये। वह पोडियम की रेस में बाहर होने वाले पांचवंे निशानेबाज रहे। अगर वह शूट आफ जीत जाते तो कांस्य पदक जीत सकते थे।

इस 33 वर्षीय भारतीय ने 2008 बीजिंग ओलंपिक में इसी स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। वह एक समय दूसरे स्थान पर चल रहे थे लेकिन बाद में नीचे खिसक गये। वह एलिमिनेशन राउंड में चौथे स्थान पर थे लेकिन दूसरे एलिमिनेशन राउंड में दूसरे स्थान पर पहुंच गये थे।