लाल आतंक के खिलाफ आखिर जंग की तैयारी, अब नक्सलियों के खिलाफ होगी ‘सर्जिकल स्ट्राइक’

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नक्सलियों
प्रतीकात्मक तस्वीर

सुकमा स्थित बुरकापाल में नक्सलियों के हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के 25 जवानों की शहादत के बाद सरकार ने नक्सलियों को उनके ही मांद में घुसकर मुंहतोड़ जवाब देने का फैसला किया है। हमले के संबंध में 2 मई को रायपुर में राज्य के सभी आला अधिकारियों की बैठक बुलाई गई है।

इस मीटिंग को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से संबोधित करेंगे। आपको बात दें कि सुकमा हमले के के बाद से नक्सलियों को जवाब देने की जिम्मेदारी अब अजीत डोभाल के कंधे पर है। जिसके बाद नक्सलियों के खिलाफ पलटवार और नई रणनीति बनाने के लिए 2 मई को रायपुर में बैठक रखी गई है।

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बताया जाता है कि सरकार ने आरपार की रणनीति बनाने का निर्णय लिया है। यही वजह है कि सर्जिकल स्ट्राइक में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अजीत डोभाल को इसकी रणनीति बनाने की कमान सौंपी गई है। बस्तर आईजी सिन्हा ने बीजापुर से फोन पर कहा, ‘बस्तर में तैनात फोर्स को सड़क निर्माण से हटाकर नक्सल इलाकों में भेजा गया है। फोर्स अब रोड ओपनिंग नहीं करेगी। सीधे नक्सलियों से मोर्चा लेगी। फोर्स लगातार अंदरूनी इलाकों में गश्त कर रही है। ऑपरेशन क्लीन चलाकर अटैक की रणनीति पर काम किया जा रहा है।’

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) के डीजी शरद कुमार की गोपनीय रिपोर्ट के बाद विजय कुमार को तीन दिन में दूसरी बार छत्तीसगढ़ भेजा गया है। सुकमा और बीजापुर में पुलिस और अर्धसैनिक बलों के आला अधिकारियों की करीब दो घंटे तक चली बैठक में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जाने वाले अभियान के लिए नया ब्लू प्रिंट तैयार किया गया है।

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गौरतलब है कि ऑपरेशन को तेज करने के लिए सड़क निर्माण में लगे जवानों को वापस बुला लिया गया है। नक्सल विरोधी अभियान के आला अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि ऑपरेशन तेज करने के लिए सुरक्षा बलों की जरूरत पड़ेगी, इसलिए सड़क का काम फिलहाल बंद किया गया है। बताया जा रहा है कि केंद्र से भी ऑपरेशन पर फोकस करने का निर्देश मिला है। हाल ही में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि और अन्य समेत शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने नक्सल विरोधी रणनीति को ठीक करने और कैसे इसे अधिक प्रभावी बनाया जाए और हताहत होने वाले लोगों की संख्या कैसे घटाई जाए इस पर चर्चा की थी। बता दें नक्सलियों ने खाना खा रहे जवानों पर हमला कर दिया था, इस हमले में 25 सुरक्षाबल शहीद हो गए। शहीदों के परिजन शहादत का बदला मांग रहे हैं।

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