जो सजा रही थी सिंहासन के सपने..उसे मिली सलाखें.. जी हां बात हो रही है तमिलनाडु की सत्ताधारी पार्टी एआईएडीएमके की सेक्रेट्री शशिकला नटराजन की। तमिलनाडु में चल रहे सत्ता संघर्ष के बीच सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को अन्नाद्रमुक महासचिव वीके शशिकला के सियासी भाग्य का फैसला हो गया है। सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को शशिकला के खिलाफ चल रहे आय से अधिक संपत्ति के मामले में फैसला सुनाते हुए उन्हें दोषी करार दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट के फैसले को खारिज कर ट्रायल कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा है।
इस मामले में कोर्ट ने शशिकला पर 10 करोड़ का जुर्माना भी लगाया है। अब शशिकला को जेल जाने के लिए तुरंत सरेंडर करना होगा और वह 10 साल तक चुनाव नहीं लड़ पाएंगी। इसी मामले में शशिकला के दो रिश्तेदार इलावरसी और सुधाकरण को भी कोर्ट ने दोषी पाया है और इन्हें भी चार साल की सजा सुनाई गई है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट उनके खिलाफ 21 साल पुराने 66 करोड़ की आय से अधिक संपत्ति मामले में कर्नाटक हाईकोर्ट ने शशिकला और जयललिता को 2015 में बरी कर दिया था। कर्नाटक सरकार ने इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले की रात शशिकला उसी रिसॉर्ट में रुकीं, जहां शशिकला को समर्थन देने वाले विधायकों को ठहराया गया था। शशिकला ने रिसॉर्ट में 120 विधायकों के साथ मुलाकात की, जो करीब एक हफ्ते से यहीं बने हुए थे। शशिकला ने इनसे कहा था कि सब कुछ ठीक दिख रहा है। हम ही आगे सरकार चलाएंगे।
आपको बता दें कि ओ. पन्नीरसेल्वम के बागी रुख अख्तियार करने के बाद शशिकला ने तमिलनाडु के गवर्नर सी विद्यासागर राव से निवेदन किया था कि वह जल्द से जल्द सीएम पद की कमान उनके हाथों में थमा दें। सोमवार को चेन्नई में समर्थकों की भीड़ को संबोधित करते हुए शशिकला ने कहा था, हमने पन्नीरसेल्वम जैसे हजारों देखे हैं। मैं डरती नहीं हूं।
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