साल 2014 का लोकसभा चुनाव, इस चुनाव में पीएम नरेन्द्र मोदी ने अपनी रैलियों में सबसे ज्यादा अच्छे दिन का नारा दिया। मोदी का कहना था कि अगर देश में बीजेपी की सरकार बनी तो जनता के अच्छे दिन आएंगे। लेकिन मोदी के अच्छे दिन वाले नारे की बखिया उधेड़ने में लगे हैं अब उन्हींं की पार्टी के मंत्री। जी हां सरकार बने एक साल भी नहीं हुआ था कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने अच्छे दिन के नारे को एक चुनावी शिगुफा बताकर राजनीतिक विवाद को हवा दी थी। अब एक बार फिर इसी तरह का बयान सामने आया है केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गड़करी की तरफ से। अब मोदी सरकार के रोड ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर नितिन गडकरी ने ‘अच्छे दिन’ के नारे को सरकार के गले में फंसी हड्डी बता दिया।
‘अच्छे दिन का नारा हमारा नहीं मनमोहन सिंह का था’ – नितिन गड़करी
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ‘अच्छे दिन’ का मशहूर नारा दरअसल पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दिया था, उन्होंने कहा था कि “प्रवासी भारतीयों के प्रोग्राम में मनमोहन ने कहा था कि अच्छे दिनों के लिए इंतजार करना होगा। उसी के जवाब में नरेंद्र मोदी ने कहा था कि हमारी सरकार आएगी, तो अच्छे दिन आएंगे। उस वक्त ‘अच्छे दिन’ की कल्पना रूढ़ हो चुकी थी। यह बात मुझे पीएम मोदी ने ही बताई थी।” लेकिन यह नारा अब मोदी सरकार की गर्दन का ‘बोझ’ बन गया है।
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