‘मुस्लिम’ उपराष्ट्रपति मामला: किरण रिजिजू के ये तीन मैसेज देखकर केजरीवाल हो जाएंगे पानी-पानी !

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केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा उपराज्यपाल (एलजी) नजीब जंग पर कड़ी टिप्पणी के बाद केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने ट्वीट कर तगड़ा जवाब दिया है। गुरुवार को ट्वीट में गृह राज्यमंत्री ने लिखा है- ‘अगला उप राष्ट्रपति एक भारतीय होगा। केजरीवालजी आप राजनीति को किस स्तर पर ले आए हैं? आप इससे कुछ पा सकते हैं, लेकिन इससे भारत को नुकसान होगा।’

किरण रिजिजू का यह ट्वीट केजरीवाल के उस ट्वीट के जवाब में आया है, जिसमें आम आदमी पार्टी सुप्रीमो ने दो ट्वीट करते हुए एलजी की तुलना न सिर्फ हिटलर से की थी, बल्कि यहां तक कह दिया था कि जंग कितनी भी कोशिश करें, लेकिन मोदी किसी मुस्लिम को उपराष्ट्रपति नहीं बनाएंगे।

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नजीब जंग ने उप राष्ट्रपति बनने के लिए अपनी आत्मा को मोदी को बेच दिया। पर मोदी कभी मुस्लिम को उप राष्ट्रपति नहीं बनाएंगे,जंग जो मर्ज़ी कर लें – Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 7, 2016

केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने दूसरे ट्वीट में कहा है- मुस्लिम… मुस्लिम… मुस्लिम… केजरीवाल भाई, हम सब एक हैं। देखना, अगले उपराष्‍ट्रपति एक भारतीय ही होगा। आप राजनीति के स्तर को इतना क्यों गिरा रहे हैं?

एक दिन पहले एक अन्य ट्वीट में किरण रिजिजू ने कहा था- ‘केजरीवालजी क्यों भारत को तोड़ने में इच्छुक हैं? दिल्ली के मतदाता पहले ही पछता रहे हैं।’

पहले ट्वीट में केजरीवाल ने एक खबर की क्लिपिंग लगाई थी जो डीसीडब्ल्यू में सदस्य सचिव की नियुक्ति से संबंधित थी। इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि एलजी हिटलर की तरह व्यवहार कर रहे हैं। वे अपने आका मोदी और अमित शाह के नक्शेकदम पर चल रहे हैं।

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इसके कुछ देर बाद ही केजरीवाल ने एक और ट्वीट किया था, जिसमें लिखा था कि जंग ने उपराष्ट्रपति बनने के लिए अपनी आत्मा को बेच दी है।

गौरतलब है कि डीसीडब्ल्यू में सदस्य सचिव पर नियुक्ति का यह विवाद एक सप्ताह पहले शुरू हुआ था, जब केजरीवाल ने जंग द्वारा डीसीडब्ल्यू में की गई सदस्य सचिव अलका दीवान की नियुक्ति को असंवैधानिक बताया था। हालांकि, इसके बाद अलका दीवान को इस पद से हटा दिया गया।

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उनकी जगह एलजी ने आईएएस अधिकारी दिलराज कौर को सदस्य सचिव का अतिरिक्त भार सौंप दिया है। यह नियुक्ति भी दिल्ली सरकार को नागवार गुजरी।

केजरीवाल की मांग है कि आगे से डीसीडब्ल्यू में सभी भर्तियां सरकार के नॉमिनेशन पर ही की जाएं। उन्होंने कहा था कि सरकार पहले ही एक नाम नॉमिनेट कर चुकी थी और बिना विचार किए एलजी ने अलका दीवान को इस पद पर बैठा दिया। यह हाईकोर्ट के आदेश और डीसीडब्ल्यू एक्ट के खिलाफ है।