विपक्ष की ओर से चर्चा की शुरुआत करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली ने जीएसटी पर कई सवाल खड़े किए और इसके गेमजेंचर होने के सरकार के दावे को खारिज कर दिया। मोइली ने कहा कि यह कोई गेमचेंजर नहीं, बल्कि बहुत छोटा कदम है। उन्होंने इस बात को भी जोर-शोर से उठाया कि जब उनकी सरकार जीएसटी पर आगे बढ़ना चाह रही थी, तो तब विपक्ष में बैठी बीजेपी ने अड़ंगा लगा दिया। मोइली ने पूछा, ‘अब जब जीएसटी को 6 साल बाद लागू किया जा रहा है, तो इस दौरान हुए नुकसान की जिम्मेदारी किसकी है?’ मोइली ने आगे कहा, ‘जीएसटी नहीं लागू होने की वजह से सालाना 1 से 1.5 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इस तरह अब तक देश को करीब 10 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।’
गौरतलब है कि पिछली यूपीए सरकार अप्रैल 2010 में ही जीएसटी को लागू करने का लक्ष्य रखा था। लेकिन, विपक्ष के विरोध के बीच जीएसटी बिल पास नहीं हो पाया। फिर इसकी मियाद बढ़ाकर अप्रैल 2011 कर दी गई, लेकिन तब भी तत्कालीन सरकार को सफलता नहीं मिली।































































