नई दिल्ली। भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने बुधवार( 25 जनवरी) को समग्र रणनीतिक साझेदारी संधि सहित रक्षा, सुरक्षा, व्यापार एवं ऊर्जा जैसे अहम क्षेत्रों में 14 समझौतों पर हस्ताक्षर किए। दोनों देशों ने द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक स्तर पर मजबूत करने का फैसला लिया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह सहयोग संबंधों में एक नई उड़ान का संकेत है।
इन समझौतों में दक्षिण भारत में खाड़ी देश को दक्षिण भारत में ऑइल रिजर्व तैयार करने की अनुमति देना भी शामिल है। भारत ने 2014 में तेल स्टोरेज फैसिलिटी का एक हिस्सा आबू धाबी को लीज पर देने के लिए बातचीत शुरू की थी। इस डील के तहत भारत के पास अधिकार होगा कि वह इमर्जेंसी में क्रूड ऑइल को स्टोर कर सके, जबकि अबु धाबी नैशनल ऑइल कंपनी डिमांड को पूरा करने के लिए यहां से तेल की सप्लाइ कर सकेगी।
अबू धाबी के शहजादे शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नाहयान ने भी पीएम मोदी से सहमति जताते हुए कहा कि पहले कभी, हमारा संबंध इतनी प्रभावशाली ऊंचाई पर नहीं पहुंचा। मुझे अपने इस संबंध को और अधिक उंचाई पर पहुंचते हुए देखने की उम्मीद है।
































































