4- डिमांड ड्राफ्ट का फर्जीवाड़ा
बैंक अधिकारियों ने काले धन को सफेद करने के लिए जिन तरीकों का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया, उनमें एक यह भी है।
कैसे किया?
पुराने नोट से डिमांड ड्राफ्ट (डीडी) बना लिया गया और फिर कुछ देर बाद इसे कैंसल कर नए नोटों में पैसे वापस ले लिए। नियम के मुताबिक, अगर रकम 49,000 रुपये से कम है तो कोई सवाल नहीं किया जा सकता है। बैंकरों ने इसी नियम का फायदा उठाया।
उदाहरण
दो बिजनसमेन, गोपाल और अश्विनी जी सुंकू, ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के बासवगुंडी ब्रांच में 149 डिमांड ड्राफ्ट्स के जरिए 71 लाख 49 हजार रुपये जमा कराए। बाद में नए नोट लेने के लिए इन डीडीज को कैंसल कर दिया गया। अब इन सभी डीडीज की जांच हो रही है।
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