संसद ने ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन को किया याद, शहीदों को दी श्रद्धांजलि

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नई दिल्ली। आज का दिन 9 अगस्त भारतीय इतिहास की महत्वपूर्ण तारीख है। नौ अगस्त वर्ष 1942 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने ‘अंग्रेजो भारत छोड़ो’ आंदोलन की शुरुआत की थी। क्रिप्स मिशन के फेल होने के बाद गांधीजी ने अंग्रेजों से आर-पार की लड़ाई लड़ने का निर्णय किया। इस आंदोलन के दौरान गांधी, नेहरू, पटेल, आजाद समेत लगभग सभी आजादी के बड़े नेताओं को जेल में डाल दिया गया था।

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इस महत्वपूर्ण मौके पर लोकसभा ने भी आज (मंगलवार) ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन के 74 साल पूरे होने के मौके पर देश को आजादी दिलाने के संघर्ष में शहीद हुए महापुरुषों को श्रद्धांजलि दी। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सुबह सदन की बैठक शुरू होने के साथ कहा कि आज से 74 वर्ष पूर्व 1942 में महात्मा गांधी ने ‘भारत छोड़ो’ का आह्वान कर ब्रिटिश शासन से देश को मुक्त करने के लिए पूरे राष्ट्र को एक साथ खड़े होने की प्रेरणा दी थी।

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उन्होंने कहा कि ‘भारत छोड़ो’ आंदोलन स्वतंत्रता के लिए हमारे संघर्ष के निर्णायक क्षणों में से एक था, जिसने हमारे राष्ट्र की स्वतंत्रता और स्वराज को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। अध्यक्ष ने कहा कि इस अवसर पर हम राष्ट्रपिता और उन सभी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिन्होंने स्वतंत्रता संघर्ष में अपने जीवन की आहूति दी। कईयों ने मातृभूमि के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया, समर्पित हो गए। हम उनके उच्च आदर्शों के प्रति स्वयं को पुन: समर्पित करते हैं। इसके बाद सदन ने कुछ क्षण के लिए मौन रखकर स्वतंत्रता आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

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