रामायण के अनुसार श्री राम भगवान और लंकापति रावण राक्षक थे अब तक आपने मंदिरों में श्री राम की बड़ी -बड़ी मूर्तियों को जरूर देखा होगा लेकिन उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में रावण की विशालकाय मूर्ति लगाने की बात की जा रही है। बताया जा रहा है कि ये मूर्ति काफी बड़ी और वजनदार होगी।
दरअसल ग्रेटर नोएडा के श्री बाबा मोहन राम मंदिर एवं योग आश्रम के तत्वावधान में ऐतिहासिक बिसरख गांव में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम और लंकापति रावण का मंदिर एक ही स्थान पर बनेगा। मंदिर के लिए राम और रावण दोनों की मूर्तियां लगाई जाएंगी और दोनों की मूर्तियां संगमरमर की बनी होंगी।
लेकिन यहां दिलचस्प बात ये है कि भगवान राम से बड़ी मूर्ति रावण की होगी। हाथ जोड़े 10 सिर वाली प्रतिमा 500 किलो की होगी। 11 अगस्त को मंत्रोच्चार के बाद मूर्ति स्थापना का कार्यक्रम होगा।
प्रेसवार्ता में आचार्य अशोकानंद महाराज ने बताया कि भगवान राम की मूर्ति ढाई व रावण की मूर्ति साढ़े तीन फीट की होगी। मंदिर में सबसे बड़ी मूर्ति रावण की होगी। रावण को पता था कि उसकी मौत राम के हाथों ही होनी है। इसके लिए उसने पूरी कहानी रची थी। रावण के अंदर कोई बुराई नहीं थी। बिसरख गांव को रावण की जन्मस्थली माना जाता है।
इसे देखते हुए जन्मस्थली पर रावण का मंदिर बनाने का निर्णय लिया गया है। मंदिर में राधाकृष्ण, भगवान गणेश, शनिदेव,हनुमान सहित देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित होंगी।