शायद अब आपके लिए शाहजहां और मुमताज के अमर प्रेम की निशानी ‘ताजमहल’ को छू पाना मुमकिन ना हो। दरअसल ताजमहल की देखरेख करने वाले विभाग ASI ने इमारत की देखरेख को ध्यान में रखते हुए इसे प्रदूषण और गंदगी से बचाने का तरीका निकाल लिया है।
आज तक के मुताबिक अगली बार आप प्यार की निशानी ताजनहल को देखने जायें तो, उसके चारों तरफ स्टील के ये बैरियर लगे हुए दिखाई दें। ताज का संरक्षण करने वाले विभाग एएसआई ने ये सारी कवायद ताज की दिवारों को प्रदूषण से बचाने के लिए शुरू की है।
दरअसल मकराना के संगमरमर से बनी इस बेहतरीन इमारत के लिए प्रदूषण किसी दुश्मन से कम नहीं है। जो इसकी खूबसूरती के लिए सबसे बड़ा खतरा है। एएसआई के अधिकारी डॉ. भुवेश विक्रम बताते हैं कि ताज की चमक को बरकरार रखने के लिए तय वक्त पर मड थैरपी की जाती है। लेकिन ताज की इमारत को दूसरा खतरा लोगों के छूने से है। अक्सर लोग इसे हाथों से छूकर देखते हैं।
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