आरबीआई की ओर से एटीएम से निकलने वाले नकली नोटों को लेकर मिले जवाब के बाद गौड़ ने प्रधानमंत्री कार्यालय के पब्लिक ग्रेविएंस सेल से आग्रह किया कि आरबीआई को निर्देश जारी किए जाएं कि जब उपभोक्ताओं से बैंक द्वारा नोट की असलियत मशीन से जांचने के बाद स्वीकारे जाते हैं तो एटीएम मशीन में ऐसे डिटेक्टर लगे होना चाहिए, जिससे उपभोक्ता को भी यह संतुष्टि रहे कि उसे जो नोट मशीन से मिल रहा है वह असली है।
पीएमओजीवी ने एक अक्टूबर, 2016 को गौड़ के सुझाव को दर्ज कर आगे बढ़ाने का भरोसा दिलाया था। गौड़ ने कहा कि उन्होंने एटीएम मशीनों में नकली नोट पकड़ने की डिवाइस लागने का पीएमओजीवी से आग्रह किया था, मगर उस पर अब तक अमल नहीं हुआ। सवाल उठता है कि बैंक तो जांच परखकर उपभोक्ता से नोट लेता है, मगर उपभोक्ता को एटीएम से नोट निकालते वक्त यह अधिकार प्राप्त नहीं है।
आरबीआई को बैंकिंग सुधारों की पहल के बीच एटीएम मशीन को अपग्रेड कर डिटेक्टर डिवाइस लगाई जाए, ताकि उपभोक्ता केा परेशानी से बचाया जा सके।