योग गुरू बाबा रामदेव ने कहा कि चीन को योग की जरुरत है। साथ ही यह भी कहा कि युद्ध किसी समस्या का हल नहीं है। उन्होंने जवानों के साहस की तारीफ करते हुए कहा कि सीमा पर जवानों ने जो पराक्रम दिखाया उसे चीन भी समझ गया होगा। बाबा रामदेव ने आईटीबीपी के जवानों के साहस और दृढ़ता की सराहना की। बाबा रामदेव ने कहा कि चीन के दबाव बनाने के बावजूद हमारे जवान डोकलाम में जमे रहे।
बता दें कि इससे पहले मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में बाबा रामदेव ने अपने भाषण के दौरान चीन को लेकर बयान दिया था। रामदेव ने कहा था कि अब जबकि चीन को योग की भाषा समझ नहीं आ रही है, तो उसे युद्ध की भाषा में जवाब देना चाहिए। इतना ही नहीं रामदेव ने चीन को हराने के लिए मास्टरप्लान भी दिया था। उन्होंने कहा था कि चीन ने दुनियाभर की अर्थव्यवस्था पर अपने सामान से कब्जा कर रखा है। ऐसे में अगर चीन को हराना है तो सबसे पहले चीनी माल का संपूर्ण बहिष्कार कर स्वदेशी अपनाएं।