चेन्नई। सरकार और बैंक प्रतिनिधियों के बीच वार्ता विफल होने से यूनाईटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन (यूएफबीयू) ने 29 जुलाई को बैंकों में राष्ट्रव्यापी हड़ताल की घोषणा की है। 29 हड़ताल रहेगी, 30 को शनिवार होने की वजह से आधे दिन ही काम होगा, और 31 को रविवार होने से छुट्टी रहेगी।
यूएफबीयू ने बताया कि इस हड़ताल में बैंक कर्मचारियों के 9 संगठन हिस्सा लेंगे। इसमें सार्वजनिक, निजी तथा विदेशी बैंकों की 80 हजार शाखाओं के करीब 10 लाख कर्मचारी शामिल होंगे। यह हड़ताल बैंकिंग क्षेत्र में सरकार द्वारा किये जा रहे सुधारों के विरोध में किया जा रहा है।
एआईबीईए के महासचिव सी. एच. वेंकटचलम ने कहा कि हड़ताल के कारण बैंक शाखाओं में चेक क्लियरेंस, नकदी जमा और निकासी समेत अन्य सुविधायें प्रभावित होंगी। उन्होंने बैंकिंग क्षेत्र में किए जा रहे सुधारों की आलोचना करते हुए कहा कि इसके प्रभाव प्रतिकूल होंगे। उन्होंने कहा कि बैंकों में सार्वजनिक पूँजी कम करने से निजीकरण को बढ़ावा मिलेगा।