बीजेपी नेता ने फिल्म के सीन से जोड़े बंगाल दंगे, सोशल माडिया पर शेयर की फोटो

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बंगाल
फाइल फोटो

पश्चिम बंगाल के बशीरहाट में गुरुवार(6 जुलाई) को एक बार फिर से तनाव के बाद पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े और लाठीचार्ज करना पड़ा। इस बीच उार 24 परगना जिले के हिंसा प्रभावित बादुरिया इलाके में जनजीवन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है।

 

 
बता दें कि, पश्चिम बंगाल में फेसबुक पर पैगम्बर मुहम्मद को लेकर एक आपत्तिजनक पोस्ट करने के बाद वहां पर दो समुदायों के बीच हिंसा हो गई थी जिसके बाद से वहां पर तनाव का माहौल बना हुआ है। हरियाणा की भाजपा नेता ने अपने फेसबुक वॉल पर भोजपुरी फिल्म के एक सीन की तस्वीर शेयर करते हुए उसे बंगाल के सांप्रदायिक दंगे के जोड़ रही है।

बीजेपी नेता विजेता मलिक अपने पोस्ट में भोजपुरी फिल्म के एक को शेयर करते हुए लिख रहीं है कि, बंगाल में जो हालात हैं वो हिंदुओं के लिए बहुत बड़ी चिंता का विषय है। हिंदू को ही क्यों मारा जा रहा है और सरेआम उसकी इज्जत के साथ खेला जा रहा है। इस पर कोई कुछ नहीं बोलता और ना ही अवार्ड वापस हो रहा है। ना तो देश छोड़ कर जाने की बात हो रही है और राज्य सरकार भी हाथ पर हाथ रख कर बैठी है।

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बीजेपी नेत्री विजेता मलिक इस फेसबुक पोस्ट के बाद पूर्व आम आदमी पार्टी नेता और वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने भी विजेता मलिक के इस पोस्ट पर बीजेपी पर निशाना साधा है। ख़बरों के मुताबिक, विजेता मलिक हरियाणा राज्य की बीजेपी प्रदेश कार्याकारिणी की सदस्य हैं।

बता दें कि, भाजपा नेता का यह पोस्ट सोशल मीडिया पर जमकर शेयर किया जा रहा है। जब यह फोटो सोशल मीडिया में आई तो फेसबुक पर लोगों ने इस पर कमेंट करने शुरू कर दिए और सोशल मीडिया यूजर्स इस फोटो को लेकर उनपर ही सवाल उठने लगे। वहीं कुछ यूजर्स बीजेपी के इस नेता के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

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दरअसल विजेता मलिक ने जिस तस्वीर को बंगाल में हिंदू महिला के रेप का बता रही हैं वो भोजपुरी फिल्म औरत खिलौना नहीं का है। ये फिल्म साल 2014 में आई थी।

 

गौरतलब है कि, पश्चिम बंगाल के बशीरहाट में गुरुवार(6 जुलाई) को फिर से तनाव के बाद पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े और लाठीचार्ज करना पड़ा। इस बीच उार 24 परगना जिले के हिंसा प्रभावित बादुरिया इलाके में जनजीवन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है। बादुरिया उार 24 परगना जिले के बशीरहाट उप-संभाग का हिस्सा है। इस हफ्ते की शुरूआत में एक नौजवान की ओर से किए गए एक फेसबुक पोस्ट को लेकर बदुरिया और इसके आसपास के इलाकों – केवशा बाजार, बांसतला, रामचंद्रपुर और तेंतुलिया में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे।

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पीटीआई की ख़बर के मुताबिक, आरोपी नौजवान की गिरफ्तारी के बाद भी दोनों समुदायों के बीच झाड़पें हुईं। सड़क जाम कर दिया गया। दुकानों को तोड़ दिया गया और गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया। हालात काबू में करने के लिए राज्य सरकार को बशीरहाट, बादुरिया, स्वरूपनगर और डेगंगा में इंटरनेट सेवाएं अस्थायी तौर पर रोकनी पड़ी ताकि सोशल मीडिया के जरिए अफवाह फैलने से रोका जा सके।