नई दिल्ली। यूपी भाजपा के उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर अभद्र टिप्पणी कर पार्टी की किरकिरी करा दी है। पार्टी ने दयाशंकर को यूपी बीजेपी उपाध्यक्ष पद से हटाया दिया है। इसके अलावा उन्हें पार्टी से भी निलंबित करने की तैयारी चल रही है। बसपा ने इस मामले में उनके खिलाफ FIR कराने की घोषणा की है।
भाजपा के प्रान्तीय अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि दयाशंकर सिंह को यूपी बीजेपी उपाध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। उन्हें पार्टी की जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया है। ऐसी भाषा का उपयोग करने वाले व्यक्ति का भाजपा में कोई स्थान नहीं है। उन्होंने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को बयान देने में भाषा का ध्यान रखने की ताकीद करते हुए कहा है कि किसी पर टिप्पणी करने में मर्यादा का ध्यान रखें।
गौरतलब हो कि बसपा सुप्रीमो मायावती पर दयाशंकर की अभद्र टिप्पणी के बाद आज राज्यसभा में जबरदस्त तनाव हो गया। इस मुद्दे पर चर्चा करते हुए बसपा सांसद सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करने वाले भाजपा नेता पर कार्रवाई की जाए। सरकार की तरफ से वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस तरह के बयान की निंदा की और कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया। राज्यसभा में सर्वसम्मति से निंदा प्रस्ताव लाया गया।
बसपा सांसद सतीश चंद्र मिश्रा ने यूपी भाजपा उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह के खिलाफ एससीएसटी एक्ट के तहत गिरफ्तार की मांग की। उन पर बसपा सुप्रीम और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री पर आपत्तिजनक टिप्पणी का आरोप है। उन्होंने कहा कि अगर देश में इस मुद्दे को लेकर हिंसा होती है तो इसके लिए भाजपा जिम्मेदार होगी।
इस मामले पर जवाब देते हुए राज्यसभा में अरुण जेटली ने कहा, मैं व्यक्तिगत रूप से बहुत आहत हूं कि भाजपा के किसी व्यक्ति ने मायावती जी के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की। मैं मायावती जी से कहना चाहता हूं कि पार्टी उनके साथ है और वह इस मामले को गंभीरता से देखेंगे। राज्यसभा ने इस मामले की सर्वसम्मति से निंदा की। वहीं देशभर में दलितों पर हो रहे अत्याचार पर चर्चा कल भी जारी रहेगी।
वहीं इस मामले पर बोलते हुए कांग्रेस की तरफ से रेणुका चौधरी ने कहा, ऐसे समय कि जब देश की सर्वोच्च संस्था, संसद में दलित से पिटाई को लेकर चर्चा हो रही है, एक व्यक्ति एक महिला के खिलाफ अभद्र टिप्पणी कर रहा है। उन्होंने कहा, यूपी भाजपा उपाध्यक्ष की शाम होने से पूर्व गिरफ्तार होनी चाहिए।
मायावती ने इस मामले पर बोलते हुए यूपी भाजपा के उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह पर जबरदस्त हमला किया। उन्होंने मांग की कि पार्टी उन्हें निकाले और उनके खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई हो। उन्होंने कहा कि ये सिर्फ दलित का नहीं पूरी महिलाओं का अपमान हुआ है।