दोनों ने 62 वर्ष तक वैवाहिक जीवन बिताया। गांधी जी 18 वर्ष की आयु में ही एक पुत्र के पिता बन गए थे। गांधी जी के चार पुत्र हुए जिनके नाम थे:- हरिलाल, मनिलाल, रामदास, देवदास। वर्ष 1944 में पूना की ब्रिटिश जेल में गांधी जी पत्नी का स्वर्गवास हो गया।
महात्मा गांधी एक औसत विद्यार्थी थे उन्होंने 1887 में मोहनदास ने जैसे-तैसे ‘बंबई यूनिवर्सिटी’ की मैट्रिक की परीक्षा पास की और भावनगर स्थित ‘सामलदास कॉलेज’ में दाख़िला लिया। अचानक गुजराती से अंग्रेज़ी भाषा में जाने से उन्हें व्याख्यानों को समझने में कुछ दिक्कत होने लगी। इस बीच उनके परिवार में उनके भविष्य को लेकर चर्चा चल रही थी।
अगर निर्णय उन पर छोड़ा जाता, तो वह डॉक्टर बनना चाहते थे। लेकिन वैष्णव परिवार में चीरफ़ाड़ के ख़िलाफ़ पूर्वाग्रह के अलावा यह भी स्पष्ट था कि यदि उन्हें गुजरात के किसी राजघराने में उच्च पद प्राप्त करने की पारिवारिक परम्परा निभानी है, तो उन्हें बैरिस्टर बनना पड़ेगा।