पेइचिंग/नई दिल्ली : रविवार को खबर आई थी कि भारत और चीन की नौसेना ने तमाम आपसी विरोधों को किनारे रखते हुए साथ मिलकर एक व्यापारिक जहाज को समुद्री लुटेरों से बचाया था। अब चीन दावा कर रहा है कि उसने अकेले ही इस पूरे ऑपरेशन को अंजाम दिया। चीन का कहना है कि शनिवार रात उसकी नौसेना ने अकेले ही अदन की खाड़ी में एक कार्गो जहाज को सोमालिया के समुद्री लुटेरों से बचाया। इससे पहले रविवार को भारतीय नौसेना ने सूत्रों के हवाले से खबर आई थी कि दोनों देशों की नेवी ने आपसी सहयोग से समुद्री लुटेरों की कोशिश को नाकामयाब कर दिया। चीन की ओर से किए गए इस ताजातरीन दावे में भारतीय नौसेना की भूमिका को बिल्कुल नजरंदाज कर दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक, इस पूरे प्रकरण में भारतीय नौसेना की भूमिका अपेक्षाकृत ज्यादा मजबूत है, लेकिन इसके बावजूद भारतीय पक्ष की ओर से इस ऑपरेशन की सफलता में चीन की नौसेना को भी श्रेय दिया गया था। भारतीय नौसेना इस ऑपरेशन के साथ शुरू से ही शामिल रही और पूरी सतर्कता बरतते हुए इंडियन नेवी शनिवार पूरी रात इसे लेकर सक्रिय रही। दूसरी ओर चीन की नौसेना सुबह के समय इस ऑपरेशन के साथ जुड़ी थी। इस पूरे घटनाक्रम को नजरंदाज करते हुए चीन अब इस पूरे मामले का श्रेय खुद को ही दे रहा है। मालूम हो कि बीते कुछ दिनों से भारत और चीन बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा के अरुणाचल दौरे के कारण एक-दूसरे के साथ तीखी कूटनीतिक बयानबाजियों में उलझे हैं।
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