गडकरी को देश के हालात बताकर पूछा गया कि ‘अच्छे दिन कब आएंगे’? जिस पर उनका दो टूक जवाब कुछ इस तरह से था। गडकरी बोले, अच्छे दिन कभी नहीं आते। यह बात मूलतः मनमोहन सिंह की छेड़ी हुई है। NRI लोगों के कार्यक्रम में मनमोहन सिंह ने कहा था कि अच्छे दिन आने के लिए इंतजार करना होगा। उसके जवाब में मोदी जी ने कहा कि हमारी सरकार आएगी तो अच्छे दिन आएंगे। तबसे यह बात हमारे गले में लटक गई। यह मुझे मोदी जी की बताई कहानी है।
गडकरी ने आगे मीडिया को उनके बयान को गलत अंदाज में पेश न करने की हिदायत देते हुए यह भी कहा कि हमारा देश अतृप्त आत्माओं का महासागर है। यहां जिसके पास कुछ है, उसे और चाहिए। वह ही पूछता है कि अच्छे दिन कब आएंगे?
गत लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने अपने चुनावी कैंपेन का पूरा जोर इस कैचलाइन पर टिका दिया था कि ‘अच्छे दिन आएंगे’, जिसके बाद यह सवाल बीजेपी के नेताओं से लगातार पूछे जाने लगे कि अच्छे दिन कब आएंगे? नितिन गडकरी ने भी जो जवाब दिया, वह सुर्खियां बन गया है।