विपक्ष की तरफ से कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने सदन में मोर्चा संभाला था। उन्होंने कहा कि सरकार ने नोटबंदी का कदम बिना किसी तैयारी के उठाया। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि नोटबंदी की वजह से जो इतने लोगों की मौत हुई, उनका जिम्मेदार कौन है। उधर, मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री जो कुछ भी कहना चाहते हैं, विपक्ष उसे सुनने को तैयार है। उन्हें सदन में आना चाहिए और हर किसी को सुनना चाहिए।
इससे पहले बीजेपी संसदीय दल की बैठक में नोटबंदी के फैसले और संसद की कार्यवाही पर चर्चा हुई। इस बैठक में बीजेपी संसदीय दल की तरफ से नोटबंदी को समर्थन देने के लिए लोगों की प्रशंसा करते हुए एक प्रस्ताव भी पारित किया गया। इस बैठक के बारे में जानकारी देते हुए बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने कहा, ‘पीएम ने कहा कि जैसे मतदान के समय देश में ईवीएम के बारे में प्रचार होता है, वैसे ही कैशलेस सिस्टम का प्रचार होना चाहिए। एक प्रस्ताव पास किया गया कि जिसमें जिस तरह से जनता ने नोटबंदी के फैसले का समर्थन किया है, उसका स्वागत किया गया।’