नोटबंदी के मुद्दे पर राज्यसभा में जारी हो-हंगामे पर बुधवार को उपसभापति पी.जे. कुरियन का पारा चढ़ गया। कार्यवाही की अध्यक्षता कर रहे कुरियन ने सत्तापक्ष द्वारा सदन की कार्यवाही में बाधा डालने की कोशिशों पर नाराजगी जताते हुए सत्तापक्ष के सांसदों पर कठोर टिप्पणी की। BJP सांसद मुख्तार नकवी पर नाराज होकर उपसभापति ने उनके खिलाफ कार्रवाई की भी चेतावनी दी।
नोटबंदी को लेकर राज्यसभा में चल रही बहस के दौरान कांग्रेस सांसद आनंद शर्मा अपनी बात रख रहे थे। वह गृहिणियों और आम लोगों को नोटबंदी के कारण होने वाली परेशानी का जिक्र कर रहे थे। इसी दौरान सत्तापक्ष के सांसदों ने उन्हें रोकने और बीच में दखल देने की कोशिश की। ट्रेजरी बेंच पर बैठे सत्तापक्ष के सांसदों ने आनंद शर्मा को बीच में टोकने की कोशिश की। इस पर उपसभापति पी.जे.कुरियन भड़क गए और उन्होंने सख्त प्रतिक्रिया करते हुए कहा, ‘आप मेरा काम नहीं कर सकते। अगर आप ऐसा करते हैं, तो आपमें से एक को यहां आना होगा और मेरी जगह पर बैठना होगा।’ मालूम हो कि ट्रेजरी बेंच सभापति की कुर्सी के दाहिनी ओर पहली पंक्ति में बैठे सत्ताधारी सांसदों और केंद्रीय मंत्रियों को कहा जाता है।
उपसभापति कुरियन ने ट्रेजरी बेंच को बीच में दखल न देने की हिदायत दी। अपनी बात जारी रखते हुए आनंद शर्मा ने कहा, ‘लोगों को उनका ही पैसा नहीं दिया जा रहा है। ऐसा करके संविधान का उल्लंघन किया गया है।’ उनके इतना कहते ही एकबार फिर ट्रेजरी बेंच की ओर से शोर-शराबा होने लगा। इसपर उपसभापति अपनी कुर्सी से उठकर खड़े हुए और उन्होंने आनंद शर्मा को एक मिनट के लिए चुप रहने को कहकर ट्रेजरी बेंच से कहा, ‘मैं इस बात की इजाजत नहीं देता। मैंने उन्हें (आनंद शर्मा) को पॉइंट ऑफ ऑर्डर देकर बोलने का मौका दिया था। अगर आप उन्हें बोलने नहीं देते तो, मैं इसके खिलाफ कार्रवाई करूंगा। आपको ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं है। ट्रेजरी बेंच का काम यह सुनिश्चित करना है कि सदन की कार्यवाही सही तरीके से चले। मैं पहली बार देख रहा हूं कि ट्रेजरी बेंच खुदकर आकर कार्यवाही बाधित करने की कोशिश कर रही है। मैं बहुत दुखी हूं।’
































































