नया साल आने वाला है और सब आने वाले साल को सेलिब्रेट करने की तैयारियों में लगे हैं। इसी तरह भारत के खिलाफ मोर्चाबंदी करने वाले पाकिस्तान और चीन दोनों ही अब दिल्ली से नजदीकीयां बढ़ाना चाहते हैं
पाकिस्तान ने जहां कश्मीर सहित सभी लंबित मुद्दों का सौहार्दपूर्ण समाधान की इच्छा जताई है। वहीं, चीन ने भारत के साथ नए साल में संबंध और मजबूत होने की उम्मीद जताई है।
पाकिस्तान विदेश विभाग के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने गुरुवार को इस्लामाबाद में कहा, “हम भारत के साथ कश्मीर समेत सभी लंबित मुद्दों का समाधान सौहार्दपूर्ण तरीके से चाहते हैं।”
लेकिन इस सब में भी जकारिया एक बार फिर कश्मीर राग अलापना नहीं भूले। जकारिया ने कहा कि कश्मीर मुद्दा दोनों देशों के बीच विवाद की जड़ है और अंतररराष्ट्रीय समुदाय को अपनी भूमिका निभानी चाहिए। उरी हमले के बाद भारत की ओर से सिंधु जल संधि की समीक्षा किए जाने की खबरों पर उन्होंने टिप्पणी की कि इसे एकपक्षीय तरीके से बदला या निलंबित नहीं किया जा सकता है। इसके साथ कहा कि पूर्व में इससे जुड़े कई विवाद सौहार्दपूर्ण तरीके से सुलझाए गए हैं।
वहीं दूसरी तरफ चीन ने भारत से समाबंध बेहतर होने की उम्मदी जताते हुए एनएसजी में भारत की सदस्यता और आतंकी मसूद अजहर पर संयुक्त राष्ट्र से प्रतिबंध के मुद्दों के समाधान की बात कही है।
अगली स्लाइड में पढ़ें खबर का बाकी अंश