नई दिल्ली। केंद्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और अमेरिका के निवर्तमान रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर ने भारत को ‘बड़े रक्षा साझेदार’ का दर्जा देने पर गुरुवार(8 दिसंबर) को अंतिम रूप दिया। इससे उच्च स्तरीय अमेरिकी रक्षा प्रौद्योगिकी को साझा करने और त्वरित सहयोग में मदद मिलेगी।
एश्टन कार्टर और पर्रिकर के बीच मुलाकात के दौरान दोनों देशों ने यह संकल्प लिया कि वे द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को विस्तार देंगे। दोनों रक्षा मंत्रियों ने सातवीं बार मुलाकात की है और वाशिंगटन ने नई दिल्ली को ‘बड़ा रक्षा साझेदार’ बताया है।
दोनों देशों की तरफ से जारी साझा बयान में कहा गया है कि आज हमने भारत को अमेरिका के ‘बड़े रक्षा साझेदार’ मनोनीत करने के कदम को अंतिम रूप दिया है। बड़े रक्षा साझेदार का दर्जा भारत के लिए अद्भुत है।
बयान में कहा गया है कि यह अमेरिका के निकटतम सहयोगियों एवं साझेदारों के स्तर पर भारत के साथ रक्षा व्यापार एवं प्रौद्योगिकी को साझा करने को लेकर प्रगति को संस्थागत बनाता है तथा यह भविष्य में स्थायी सहयोग सुनिश्चित करता है। दोनों पक्षों ने आतंकवाद के खतरे सहित क्षेत्रीय मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।