टीएमसी की मुखिया और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पटना से कोलकाता लौटते समय विमान में देरी के मुद्दे को जोर शोर से उठाया है। जहां एक तरफ ये मुद्दा संसद में गूंजा वहीं नागरिक उड्डयन मंत्री जयंत सिन्हा ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। वहीं इस विवाद के गहराने के बाद विमानन कंपनी इंडिगो एयरलाइंस ने सफाई पेश की है।
इंडिगो की ओर से बयान जारी कर कहा गया कि विमान में फ्यूल की कमी नहीं थी, केवल एयर ट्राफिक की वजह से देरी हुई। कंपनी ने कहा, “पटना से कोलकाता से जा रही इंडिगो फ्लाइट ने कोलकाता एयरपोर्ट पर नॉर्मल लैंडिंग की। फ्लाइट को एयर ट्राफिक की वजह से होल्ड पर रखा गया था।” कंपनी ने आगे कहा, “कैप्टन ने ईंधन की कमी या इमरजेंसी जैसी कोई घोषणा नहीं की थी।”
गौरतलब है कि निजी एयरलाइन कंपनी का विमान आधे घंटे से अधिक समय तक शहर के आसमान में चक्कर लगाता रहा था। इसे लेकर तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह पार्टी अध्यक्ष ममता बनर्जी को मारने का एक षड्यंत्र था। पार्टी की ओर से दावा किया गया कि प्लेन में ईंधन की कमी थी। वहीं, हवाईअड्डा अधिकारियों ने कहा था कि विमान ने निर्धारित समय से एक घंटे देरी से उड़ान भरी और तकनीकी कारणों से आसमान में आधे घंटे से अधिक समय तक चक्कर लगाने के बाद उतर गया। अधिकारियों ने कहा कि किसी भी हवाईअड्डे पर ऐसी घटना कोई नई बात नहीं है।
गौरतलब है कि पटना से कोलकाता लौटते वक्त निजी एयरलाइंस कंपनी का विमान आधे घंटे से अधिक समय तक शहर के आसमान में चक्कर लगाता रहा था। इस मुद्दे पर टीएमसी ने काफी हंगामा किया। कुछ कार्यकर्ताओं और नेताओं ने तो ये भी दावा किया कि फ्लाइट कंपनी ने ममता को मारने की साजिश रची थी।
फिलहाल इस मुद्दे पर नागरिक उड्डयन मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा- “अगर नियम का उल्लंघन हुआ है तो हम उस पर कार्यवाही करेंगे।” उन्होंने कहा, “डीजीसीए ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लेकर जाने वाली उड़ान सहित कोलकाता जा रहे तीन विमानों में कम र्इंधन होने के मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।”