नई दिल्ली। लोकप्रिय कॉमेडियन कपिल शर्मा ने शनिवार(10 सितंबर) को कहा कि उन्होंने ट्वीट कर सिर्फ भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने गुस्से का इजहार किया था। कॉमेडियन ने अपने ट्वीट में कहा था कि बीएमसी के एक अधिकारी ने काम के बदले उनसे पांच लाख रपये मांगे हैं। इस ट्वीट पर काफी सियासी बवाल मचा था।
हालांकि कपिल ने नगर निकाय के उन आरोपों के बारे में अपना पक्ष नहीं रखा, जिसके अनुसार उन्होंने अपने वरसोवा स्थित दफ्तर और उपनगरीय गोरेगांव स्थित अपार्टमेंट में तय मानदंडों का उल्लंघन किया है।
कपिल ने एक बयान में कहा कि ‘‘मैंने सिर्फ अपना गुस्सा जाहिर किया, हालांकि इससे झूठमूठ का विवाद पैदा हो गया। मेरी जगह मनोरंजन की दुनिया में है, न कि समाचारों की दुनिया में। मैं किसी भी राजनीतिक संगठन का हिस्सा नहीं हूं और न ही ऐसा करने की मेरी इच्छा है।
कॉमेडियन ने कहा कि ‘‘मैं माननीय प्रधानमंत्री, केंद्र सरकार और राज्य सरकार के साथ इसकी एजेंसियों और निकायों का काफी सम्मान करता हूं। मैं कानून में विश्वास रखने वाला नागरिक हूं। मालूम हो कि कपिल ने एक ट्वीट में कहा था कि बीएमसी के एक अधिकारी ने उनसे पांच लाख रुपये की रिश्वत मांगी है। इसके बाद बीएमसी ने कॉमेडियन पर गैरकानूनी निर्माण का आरोप लगाया था।