नई दिल्ली। पथराव की कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़ दें तो कश्मीर में स्थिति कुल मिलाकर शांतिपूर्ण है तथा श्रीनगर के तीन थाना क्षेत्रों के अलावा समूची घाटी से कर्फ्यू हटा लिया गया है। बहरहाल, घाटी में अलगवादियों के समर्थन वाली हड़ताल से आम जनजीवन लगातार 75वें दिन प्रभावित रहा।
पिछले 24 घंटों के दौरान कानून-व्यवस्था बाधित करने में कथित तौर पर शामिल 43 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस तरह से पिछले पांच दिन में गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या 208 हो गई। अधिकारियों ने मंगलवार(21 सितंबर) को शहर के छह थाना क्षेत्रों को छोड़कर शेष कश्मीर से कर्फ्यू हटा लिया था।
पुलिस के अनुसार बुधवार(21 सितंबर) को सुबह तीन इलाकों से बंदिशें हटा ली गईं। श्रीनगर के नौहट्टा, एम आर गंज और खान्यार पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू जारी है। हालांकि एक अधिकारी ने कहा कि घाटी में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध जारी हैं।
प्रतिबंधों और अलगाववादियों द्वारा आहूत हड़ताल के कारण घाटी में श्रीनगर एवं अन्य स्थानों पर दुकानें, व्यावसायिक प्रतिष्ठान और पेट्रोल पंप बंद रहे, जबकि घाटी में अन्य स्थानों पर सार्वजनिक यातायात सड़कों से नदारद रहा। घाटी में स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थान भी बंद रहे।
घाटी में मौजूदा आंदोलन का नेतृत्व कर रहे अलगाववादियों ने विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम को 22 सितंबर तक के लिए बढ़ा दिया है। उन्होंने हड़ताल में छूट की अवधि की कोई घोषणा नहीं की। घाटी में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित रहीं, जबकि प्रीपेड नंबर पर आउटगोइंग कॉल बंद रहीं।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि पथराव की कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़ दें तो घाटी में स्थिति काफी हद तक शांतिपूर्ण बनी रही। हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी को दक्षिण कश्मीर में आठ जुलाई को सुरक्षाकर्मियों ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया था। उसके बाद से घाटी में भड़की हिंसा में अब तक दो पुलिसकर्मियों समेत 81 लोग मारे जा चुके हैं।