LOC पर पाकिस्तान के खिलाफ मुठभेड़ में भारत का के 2 जवान शहीद हो गए है। बीएसएफ का यह जवान तंगधार सेक्टर में आतंकियों की घुसपैठ को नाकाम करने की कोशिश कर रहा था। तबी गोली लगने से यह शहीद हो गए।
एक अन्य जवान घायल हो गया। सेना का ऑपरेशन जारी है। इससे पहले गुरुवार सुबह पाकिस्तान सेना की फायरिंग बीएसएफ का भी एक जवान शहीद हो गया था। पाक सेना ने कश्मीर के अब्दुल्लियां क्षेत्र में सीजफायर का उल्लंघन कर फायरिंग की थी। इसमें बीएसएफ का हेड कांस्टेबल जीतेंद्र कुमार शहीद हो गया था, 2 जवान शहीद हो गए। इनके साथ ही गोलीबारी में 6 स्थानीय लोग भी घायल हो गए थे। जिसका कड़ा जवाब देते हुए बीएसएफ ने अरनिया और आरएस पुरा सेक्टर में जवाबी फायरिंग में पाक रेंजर्स के एक जवान को मार गिराया है।
वहीं एक अन्य जवान फायरिंग में घायल हो गया था। बता दें, 29 सिंतबर को भारतीय सेना द्वारा एलओसी पारकर पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक किए जाने के बाद अब तक भारत के सात जवान शहीद हो चुके हैं। भारत ने इससे पहले 25-26 अक्तूबर को चापरार और हरपाल सेक्टरों में कामकाजी सीमा पर तथा भीमबेर सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष-विराम का उल्लंघन होने पर विरोध दर्ज कराया गया। भारत ने मंगलवार को कहा था कि पाकिस्तान सेना ने राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में मोर्टार और छोटे हथियारों से भारतीय सेना की चौकियों पर निशाना साधा था और संघर्ष-विराम का उल्लंघन किया था जिसके बाद सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया।
गत 18 सितंबर को उरी आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भारतीय सेना के लक्षित हमलों के बाद से पाकिस्तान की ओर से संघर्ष-विराम उल्लंघन के 42 मामले सामने आये हैं। बता दें, भारतीय सेना ने 29 सितंबर को एलओसी पारकर पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक किया था। भारतीय सेना के डीजीएमओ ले. जनरल रणबीर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सर्जिकल स्ट्राइक की जानकारी दी थी। सिंह ने कहा था कि भारतीय सेना ने पीओके में कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया है। हालांकि, पाकिस्तान ने भारतीय सेना के इस दावे को खारिज किया था। पाकिस्तान ने कहा था कि सीमा पर दोनों पक्षों में फायरिंग हुई थी, जिसमें पाकिस्तानी सेना के दो जवान मारे गए थे।